रांची(RANCHI)- दिल्ली पुलिस के द्वारा नोटिस लेकर राहुल गांधी के आवास पर जाना अब एक राजनीतिक मुद्दा बनता नजर आ रहा है, देश के दूसरे हिस्सों की तरह ही झारखंड से भी इसको लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरु हो चुका है,
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इसे लोकतंत्र की हत्या बतलाया है. उन्होंने कहा है कि अब सीबीआई, ईडी के बाद भाजपा ने अब पुलिस को भी मैदान में उतारा दिया है, यह लोकतंत्र पर चौतरफा हमले की एक और कड़ी है, लेकिन हम इससे झुकने वाले नहीं है, कांग्रेस अपनी लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेगी, देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए हम हर कुर्बानी देने को तैयार हैं.
यहां हम बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर के अपने अंतिम भाषण में राहुल गांधी ने दावा किया था कि भारत जोड़े यात्रा के दौरान कई महिलाओं ने उनसे मिलकर इस बात की शिकायत की थी, कि उनके साथ रेप हुआ है, कईयों ने यौन शोषण की कहानियां बतायी थी. लेकिन ये सारी महिलाएं पुलिस के पास जाना नहीं चाहती थी, इस कदर देश में असुरक्षा का माहौल है.
अब भारत यात्रा को राहुल गांधी के बयान के 45 दिनों के बाद दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी ने उन महिलाओं की सूची की मांग की है, जिनके साथ यौन शोषण की घटनाएं घटित हुई.
हालांकि राहुल गांधी ने तब भी यह दावा किया था कि सभी पीड़ित महिलाओं ने इस बात की त्रासदी को सार्वजनिक करने से मना किया है, लेकिन बावजूद इसके दिल्ली पुलिस के द्वारा बयान के 45 दिनों के बाद राहुल गांधी से उन महिलाओं की सूची की मांग की जा रही है. यह सवाल पूछा जा रहा है कि क्या उन महिलाओं को पहले से जानते हैं, यदि जानते थें तब इन महिलाओं ने उन्हे यह जानकारी कब दिया?
यहां यह भी बता दें कि दिल्ली पुलिस की इस नोटिस को खुद राहुल गांधी ने रीसिव किया है साथ ही इस बात का आश्वासन दिया है कि इसका जवाब कुछ दिनों में दे दिया जायेगा.