रांची(RANCHI): पेयजल और स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को बाबा रामदेव की शरण में जाने की सलाह दी है, उन्होंने कहा है कि लगता है कि बाबूलाल जी अपना होशोहवास खोते जा रहे हैं, उनका दिमागी संतुलन ठीक नहीं चल रहा है, अच्छा होगा कि वह बाबा रामदेव की शरण में जायें और मेडिटेशन का सहारा लें.
राहुल गांधी के बयान से भड़की है भाजपा
दरअसल विदेशों में दिये गये बयान को आधार बना कर बाबूलाल मरांडी ने राहुल गांधी पर विभाजनकारी नीतियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था, उनका कहना था कि राहुल गांधी के बयान से विदेशों में भारत की छवि धुमिल हो रही है, वह विदेशी ताकतों के हाथों में खेल रहे हैं, जिसके जवाब में मिथिलेश ठाकुर ने बाबूलाल मरांडी को बाबा रामदेव से मिलकर मेडिटेशन करने की सलाह दी, ताकि उनका मानसिक स्वास्थ्य ठीक रह सके.
राहुल गांधी ने चीन को लेकर भाजपा पर कई सवाल खड़े किये थें
यहां हम बता दें कि आज कल राहुल गांधी के द्वारा कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिया गया बयान काफी सुर्खियों में है, अपने बयान में राहुल गांधी देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं क्षरण पर अपनी चिंता व्यक्त की थी, उनका दावा रहा है कि केन्द्रीय एजेंसियों की मदद से सरकार विपक्ष को निशाना बना रही है, देश में लोकतंत्र का संकट पैदा हो गया है.
चीन में स्वतंत्रता बेहद सीमित
चीन और अमेरिका की सामाजिक-राजनीतिक हालत की तुलना करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि चीन सामाजिक सद्भाव को ज्यादा महत्व देता है, लेकिन वहां व्यक्तिगत स्वतंत्रता बेहद सीमित है, उस पर कई अंकुश है, जबकि अमेरिका के लिए व्यक्तिगत स्वतंत्रता ज्यादा महत्वपूर्ण चीज है और यही अमेरिका की पूंजी है.
हमारी सीमाओं के अन्दर कॉलिनियां बना रहा है चीन
लेकिन इसके साथ ही राहुल गांधी ने चीन भाजपा की नीतियों पर बयान भी दिया है, उनका दावा है कि चीन की बढ़ती ताकत देख भाजपा अपनी ही जमीन पर दावा नहीं कर पा रही है. जबकि चीन हमारी सीमाओं के अन्दर प्रवेश कर कॉलिनियां बना रहा है. यहां हम बता दें कि हाल ही में जब विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जय शंकर से चीन के द्वारा भारत की जमीन कॉलनी बनाने के दावे को लेकर सवाल पूछा गया था तो उनका जवाब था कि कुछ भी बोलने के पहले हमें चीन की ताकत भी देख लेनी चाहिए, चीन आज एक बड़ी आर्थिक ताकत है, अब सुब्रह्मण्यम जय शंकर के इस बयान को भी कांग्रेस मुद्दा बना रही है. राहुल गांधी ने भी यही सवाल पुछा था. इसके साथ ही राहुल गांधी ने पेगासस का मुद्दा भी उठाया था, उनका दावा था कि इस एप की मदद के भाजपा विपक्ष के नेताओं का मोबाइल को खंगाल रही है.