☰
✕
  • Jharkhand
  • Bihar
  • Politics
  • Business
  • Sports
  • National
  • Crime Post
  • Life Style
  • TNP Special Stories
  • Health Post
  • Foodly Post
  • Big Stories
  • Know your Neta ji
  • Entertainment
  • Art & Culture
  • Know Your MLA
  • Lok Sabha Chunav 2024
  • Local News
  • Tour & Travel
  • TNP Photo
  • Techno Post
  • Special Stories
  • LS Election 2024
  • covid -19
  • TNP Explainer
  • Blogs
  • Trending
  • Education & Job
  • News Update
  • Special Story
  • Religion
  • YouTube
  1. Home
  2. /
  3. Trending

नाराज सुप्रीम कोर्ट ने सभी हाईकोर्ट से मांगा रिजर्व जजमेंट की सूची, पूछा-आखिर क्यों नहीं सुनाया फैसला, झारखंड के मामले की सुनवाई के बाद निर्देश

नाराज सुप्रीम कोर्ट ने सभी हाईकोर्ट से मांगा रिजर्व जजमेंट की सूची, पूछा-आखिर क्यों नहीं सुनाया फैसला, झारखंड के मामले की सुनवाई के बाद निर्देश

टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए झारखंड हाई कोर्ट के उस रवैये पर हैरानी जताई, जिसमें झारखंड हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखने के बाद 67 आपराधिक अपीलों पर फैसला नहीं सुनाया है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई करते हुए ये बातें कही जिसमें चार सजायाफ्ता कैदियों ने दायर किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड हाईकोर्ट में उनकी आपराधिक अपीलों पर फैसला सुरक्षित होने के बावजूद 2-3 साल से फैसला नहीं दिया गया है. वहीं इस मामले पर चिंता जताते हुए जस्टिस सूर्यकांत ने मौखिक रूप से कहा कि "यह स्थिति बेहद चिंताजनक है. ऐसा होने की परमिशन नहीं दी जा सकती है, इसपर निश्चित रूप से कुछ अनिवार्य दिशा-निर्देश तय करना होगा.

इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने देशभर के सभी हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को निर्देश दिया है कि वे 31 जनवरी 2025 तक या उससे पहले सुरक्षित रखे गए उन सभी मामलों की विस्तृत रिपोर्ट पेश करें, जिनमें अभी तक फैसला नहीं सुनाया गया है. यह रिपोर्ट आपराधिक और सिविल मामलों की तरह अलग-अलग होनी चाहिए और यह भी स्पष्ट किया जाना चाहिए कि मामला सिंगल बेंच से संबंधित है या डिविजन बेंच से.

झारखंड उच्च न्यायालय से मांगी गई डिटेल रिपोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट पर भी गौर किया, जिसमें कहा गया था कि झारखंड उच्च न्यायालय ने सर्वोच्च न्यायालय से नोटिस मिलने के बाद एक सप्ताह में 75 आपराधिक अपीलों का निपटारा कर दिया. न्यायालय ने उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को इन 75 मामलों की सूची प्रस्तुत करने का निर्देश दिया, जिसमें स्पष्ट रूप से यह बताया जाना चाहिए कि फैसला कब सुरक्षित रखा गया था और कब सुनाया गया था.

सजायफ्ता द्वारा दाखिल रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी 2022 से दिसंबर 2024 तक खंडपीठ द्वारा सुनी गई 56 आपराधिक अपीलों में आदेश सुरक्षित रखे जाने के बावजूद फैसला नहीं सुनाया गया है. इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि एकल पीठ के न्यायाधीश के समक्ष आदेश सुरक्षित रखे जाने के बावजूद 11 आपराधिक अपीलों में फैसला नहीं सुनाया गया है. सुप्रीम कोर्ट आजीवन कारावास की सजा काट रहे चार दोषियों की याचिका पर सुनवाई कर रहा था. इन दोषियों ने अधिवक्ता फौजिया शकील के माध्यम से याचिका दायर कर दावा किया है कि झारखंड उच्च न्यायालय ने 2022 में दोषसिद्धि के खिलाफ उनकी अपील पर आदेश सुरक्षित रखा था, लेकिन फैसला नहीं सुनाया. इस कारण वे छूट का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.

 

Published at:05 May 2025 11:13 AM (IST)
Tags:Angry Supreme Courtjharkhand high courthigh court of jharkhandjharkhand high court live streamingweb streaming of jharkhand high courtlive streaming of jharkhand high courtjharkhand new high courtjharkhand high court jsscjharkhand high court newsjharkhand high court ranchijharkhand high court dorandanew high court of jharkhandjharkhand high court peon resultjharkhand high court bharti 2025jharkhand high court judge angryjharkhand high court new vecancydecision was not givensupreme courtsupreme court hearingsupreme court hearing on waqfsupreme court livewaqf bill in supreme courtwaqf bill supreme courtsupreme court waqf casewaqf act on supreme courtsupreme court on waqf billlive hearing on waqf act in supreme courtsupreme court on waqfsupreme court of indiasupreme court on waqf actwisconsin supreme courtsupreme court on waqf boardwaqf supreme court hearing livesupreme court hearing on waqf bill
  • YouTube

© Copyrights 2023 CH9 Internet Media Pvt. Ltd. All rights reserved.