छपरा(CHAPRA): बिहार में छपरा जिले के मसरख में एक बार फिर शराबकांड की खबर सामने आ रही है. प्रशासन और सरकार के तमाम कोशिशों के बावजूद शराब की खरीद बिक्री का मामला नहीं थम रहा है. आप सभी को याद होगा दिसंबर 2022 में भी इसी जिले में एक बड़े शराबकांड की खबर सामने आई थी,जिसमें 80 लोगों के जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी. हालांकि सरकारी आँकड़े में मरनेवालों की संख्या 38 ही बताई गई थी. वहीं एक बार फिर से सारण जिले के लखनपुर गांव में दो लोगों के शराब पीकर बीमार होने का मामला सामने आया है. मामला प्रकाश में आते ही गांव में हड़कंप मच गया. लोगों को फिर से 2022 वाली डरावनी तस्वीर याद आ गई.
यह है पूरा मामला
बता दें कि बीमार लोगों में एक लखनपुर गांव निवासी सतेन्द्र राय को सुबह में ही बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. वही पीड़ित ढोरा गिरी को भी इलाज के बाद पटना रेफर कर दिया गया है. पीड़ित ढोरा गिरी ने बताया कि उसने मंगलवार के दिन गाँव के ही सतेंद्र राय से शराब लेकर पिया था. जिसमें से थोड़ा सतेंद्र ने भी पिया था. शराब पीने के बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी और उसके आंख से कम दिखाई देने के साथ ही सर में दर्द होने लगा. हालांकि परिजनों ने जब उसकी बिगड़ती हालत को देखा तो उसे मशरक पीएचसी में डॉक्टर से दिखाया. उसके बाद सदर अस्पताल इलाज के लिए पहुंचे. जहां प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे पटना रेफर कर दिया गया. इस घटना के बाद पूर्व में सारण जिला में हुए शराब कांड के बाद दो शराबियों की बिगड़ी सेहत से प्रशासन सतर्क दिख रहा है. और पूरे मामले की जांच भी की जा रही है.
लेकिन ऐसे में एक बड़ा सवाल है कि बिहार में शराबबंदी के बाद भी बार- बार क्यों हो रहा है शराब कांड? लोगों को आखिर शराब कहां से मिल रहा है. और अगर प्रशासन इतनी सतर्क है तो शराब माफिया पर शिकंजा कब कसा जाएगा?