दरभंगा(DARBHANGA): कहते हैं बेटे भाग्य से मिलता है और बेटियां सौभाग्य से भारत के कुछ इलाकों में अभी भी इसका जीता जागता उदाहरण आपको मिल सकता है. कुछ ऐसा ही मामला बिहार के दरभंगा से सामने आ रहा है, जहां एक महिला को बेटी का जन्म देना अभिशाप बन गया. दरअसल महिला के शौहर ने बेटी होने पर अपने ही पत्नी को तीन तलाक दे दिया. जिसके बाद पीड़ित पत्नी ने आरोपी पति के खिलाफ महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जिसके बाद शौहर को हवालात की हवा खानी पड़ी है.
पिछले साल हुई थी शादी
बताया जा रहा है कि, नगर थाना क्षेत्र के लालबाग पानी टंकी मुहल्ले के रहनेवाली नाजमा ख़ातून की शादी पिछले साल सुकरात के दिन मो साबिर के बेटे मो वाजिद से हुई थी. दोनों ने प्रेम विवाह किया था. महिला अहमदाबाद की रहनेवाली है. दोनों मुम्बई में जॉब करने के दौरान एक-दूसरे के करीब आये थे और बाद में लव मैरिज शादी की थी.
बेटी को जन्म देने के बाद ससुराल वाले करते थे प्रताड़ित
बता दें कि, एक महीने पहले वाजिद की पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया. जिसके बाद से उसके सास-ससुर, ननद और पति उसे प्रताड़ित करने लगे. यह सिलसिला लगातार चलता रहा इस बीच पति ने 13 मार्च को फोन पर उसे तलाक... तलाक...तलाक बोल दिया. जिसके बाद पीड़ित महिला ने लहेरियासराय स्थित महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई. जिसपर महिला थानाध्यक्ष नुसरत जहाँ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया.
ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का भी लगाया आरोप
पीड़िता ने ससुरालवालों पर दहेज उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है. उसका कहना है कि,पति उसके साथ दहेज को लेकर मारपीट करता है परिवार के लोगों ने भी मारपीट की है और हमसे 2 लाख नक़द मांगा गया तो मैंने कहा, मेरे माता-पिता गरीब हैं इतने पैसे कहाँ से दे पाएंगे. इसपर गंदी-गंदी गाली देते रहते थे.
आरोपी पति ने गलती स्वीकारी
वहीं, जेल जाने के बाद आरोपी पति मो वाजिद अपनी गलती को स्वीकार करते हुए कहा है कि, ऐसा उसने गुस्से में आकर कह दिया था. अभी भी पत्नी के साथ रहना चाहते हैं. उनका कहना है अगर उसके साथ नहीं रहना होता तो लव मैरिज क्यों करते. अपने खर्चे पर शादी ही क्यों करते. हमलोगों ने कभी दहेज नहीं मांगी है. शादी के बाद से हमारे ऊपर 65 हजार का कर्ज है.