टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- शेयर बाजार में कुछ हफ्ते पहले ही रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड हाई बनाकर निवेशकों के चेहरे पर खुशियां बिखेर दी थी. लेकिन, इस मुस्कान पर मानो किसी की नजर लग गयी, बाजार में जो बाहार देखी जा रही थी, वही अचानक धड़ाम से गिर गया . इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में भी गिरावट देखने को मिली. हमारा बैकिंग इंडेक्स बैंक निफ्टी भी गिर गया. बाजार गुरुवार को कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन भी गिरकर ही बंद हुआ था . सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ कि इतनी गिरावट देखने को मिली.
दरअसल, इसकी वजह रही विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने से ऐसा संकट दिखाई पड़ा. आईटी शेयरों में बिकवाली के चलते भी बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा . सेंसेक्स-निफ्टी में शामिल ब्लू चीप कंपनियों के शेयर्स में भी गिरावट देखने को मिली. बैकिंग सेक्टर में एचडीएफसी बैंक के शेयर में भी भारी गिरावट देखी गई. बाजार में बिकवाली के चलते हुई, इस गिरावट की बड़ी वजह एफपीआई की निकासी है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने अब तक इक्विटी मार्केट से 24734 करोड़ निकाल लिए हैं. एफपीआई का पैसे निकालने के का कारण रहा सेबी का आदेश . इसका असर लगता है कि अगले सप्ताह यानि सोमवार को भी बाजार में देखने को मिल सकता है.
सेबी के नये नियम ने दिया झटका
बाजार की नियामक संस्था सेबी ने नए नियमों का ऐलान किया है. ये नए नियम विदेशी निवेशकों पर लागू होंगे. दरअसल, सेबी ने कहा है कि एफपीआई को अब अपने बारे में पहले से ज्यादा जानकारी देनी होगी. इस नये नियम को लाने के पीछे सेबी की मंशा ये है कि एफपीआई के जरिए कोई भी विदेशी कंपनी फर्जी तरीके से किसी भारतीय कंपनी का मालिकाना हक न हासिल कर ले. सेबी के डिस्क्लोजर से जुड़े इस नियम के मुताबिक अगर बाजार में कोई ऐसी खबर आती है, जिसकी जानकारी कंपनी ने न दी हो और ये आम लोगों को उपलब्ध न हो तो लेकिन इसका असर स्टॉक पर देखने को मिल रहा है तो इस खबर के सामने आने के 24 घंटे के अंदर कंपनी को अपनी सफाई पेश करनी होगी.
फरवरी से होगा लागू
सेबी का ये नया नियम या फिर ये नोटिफिकेशन के आने से हड़कंप तो मचा है. अब इसे कड़ाई से लागू भी करने जा रही है. दरअसल, सेबी अब ये नियम देश की टॉप 100 लिस्टेड कंपनियों पर पहली फरवरी 2024 से लागू होगा. वहीं टॉप 250 कंपनियों पर ये नियम पहली अगस्त 2024 से लागू किया जाएगा