छपरा(CHAPRA): शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब कांड का मामला सामने आया है. यह संदिग्ध मामला छपरा का है. छपरा में इसुआपुर थाना के डोईला में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई. जबकि एक व्यक्ति की हालत अभी भी खराब है. बीमार व्यक्ति को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं कुछ लोग स्थानीय स्तर पर भी चोरी छुपे इलाज करा रहे हैं.
इन लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत
जहरीली शराब पीने से मृत एक व्यक्ति की पहचान इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोईला गांव निवासी वकील सिंह के पुत्र संजय सिंह और दूसरे की पहचान बीचेन्द्र राय के रुप में की गई है. वहीं तीसरे और चौथे मृत व्यक्ति की पहचान मशरक थाना क्षेत्र के कुणाल कुमार सिंह और हरेंद्र राम के रूप में बताई जा रही है. घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. वहीं पुलिस इसुआपुर और मशरक थाना क्षेत्र के संभावित प्रभावित इलाके में जाकर अन्य बीमार लोगों की तलाश कर रही है.
सारण में जहरीली शराब कांड में मरने वालों के नाम
1. विचेन्द्र राय पिता नर्सिंग राय ( डोइएला) ishuwapur thnaa
2हरेंद्र राम पिता गणेश राम ( मशरख तख़्त) mashrakh thana
3 रामजी साह पिता गोपाल साह ( मशरख ) mashrakh thna
4 अमित रंजन पिता दीजेंद्र सिन्हा ( डोइला ) ishuwapur thNa
5 संजय सिंह पिता वकील सिंह ( डोइएला ) ishuwapur thana
6 कुणाल सिंह पिता यदु सिंह ( मशरख )
7. मुकेश शर्मा पिता बच्चा शर्मा , हनुमानगंज मशरख
मशरक प्रखंड में जहरीली शराब पीने से जिन लोगों की मौत हुई है. इसकी अभी तक औपचारिक सूचना प्राप्त नहीं हो पाई है. सूत्रों के मुताबिक करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मृत्यु की सूचना मिल रही है. वही एक दर्जन से ज्यादा लोग इलाजरत हैं. मौके पर आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पडी है. ग्रामीणों की भीड़ से SH73 और SH 90 पर आवागमान बाधित हो गया है. वहीं किसी भी तरह की प्रशासनिक पहल दिखाई नहीं दे रही है।
कौन है जिम्मेवार
बिहार में 5 अप्रैल 2016 को पूर्ण रूप से शराबबंदी कानून लागू किया था. चूंकि बिहार में अक्सर मामला सामने आता था की शराब पीने से लोगों की मौत हो गई. इसलिए शराबबंदी कानून लाया गया. लेकिन इसके बावजूद बिहार में धड़ल्ले से चोरी छिपे शराब की बिक्री हो रही है. आए दिन पुलिस शराब की बड़ी बड़ी खेप पकड़ती है. वहीं अगर जहरीली शराब से मौत की बात करें तो ये पहला मामला नहीं जब इससे लोगों की मौत हुई है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जब जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है. अब सवाल ये उठता है कि इसके लिए जिम्मेवार कौन है. पुलिस प्रशासन, सरकार या फिर आम लोग. या वे शराब माफिया जो जहरीली शराब बेच रहे हैं. कहने को तो सुशासन बाबू के बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है. फिर लोगों की शराब से मौत कैसे हो रही.