टीएनपी डेस्क: आजकल सड़कों पर ट्रैफिक इतनी ज्यादा हो गई है कि लोगों का गाड़ी से चलना मुश्किल हो गया है. ऐसा लगता है मानो गाड़ियां सड़कों पर चलती नहीं रेंगती हैं. बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों तक सभी जगह का एक ही हाल है. लोग घंटों ट्रैफिक में फंसे होने की समस्या से जूझते रहते हैं. ऐसे में कई बार लोगों के मन में ख्याल आता है कि काश कुछ ऐसा होता जिससे आप हवा में उड़कर अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच पाए. तो आपको बता दें कि अब लोगों का यह सपना जल्द ही हकीकत बनने वाला है. क्योंकि बहुत जल्द ही आसमान में उड़ने वाली कर लॉन्च हो रही है.
आपको बता दे कि इस साल के अंत तक और AirCar कंपनी लोगों को उड़ने वाली कार (Flying Car) उपलब्ध करवाएगी. फ्लाइंग कार की प्री बुकिंग सेल भी शुरू कर दी गई है. फिलहाल इसकी टेस्टिंग तुर्की के इन्फोटेक वैली टेक्नोलॉजी पार्क में किया जा रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि यह कार अपनी पहली उड़ान 2025 में भरेगा. तुर्की की सरकार जल्द ही इन्हें सभी के इस्तेमाल के लिए लॉन्च करेगी. इस नई टेक्नॉलजी से अब लोगों का सफ़र करना काफ़ी आसान हो जाएगा.
अब जानिए कि इस फ्लाइंग कार की कीमत क्या होगी
आपको बता दे कि यह फ्लाइंग कार 2 लाख से 2.5 लाख डॉलर यानी की क़रीबन 1.67 करोड रुपए के बीच की होगी.
क्या है इस कार की खासियत
AirCar पूरी तरीके से ऑटोनॉमस व्हीकल है. यानी कि इसे चलाने के लिए किसी भी चालक की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसमें दो लोगों के बैठने की व्यवस्था है. और सिंगल चार्ज में यह 50 किलोमीटर की रेंज देता है. शुरुआती दिनों में एयरपोर्ट से शहर तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाएगा. इसकी स्पीड 90 किलोमीटर प्रति घंटा है. इस कार की प्री ऑर्डर इसी साल से शुरू हो जाएगी और 2026 में इसकी डिलीवरी शुरू हो जाएगी. अगर आप भी इस कार को खरीदने की इच्छा रखते हैं तो आप अपना प्री आर्डर अभी से करा सकते हैं और 2026 में आपको आपकी कार की डिलीवरी मिल जाएगी.
कंपनी ने इस कर को लेकर दावा किया है कि इस AirCar को चलाने के लिए केवल 30 मिनट की ट्रेनिंग की जरूरत है. उसके बाद कोई भी इस कार को बड़े ही आसानी से हवा में उड़ा सकता है. दुनिया के हर कोने से लोग इस कार की तारीफ कर रहे हैं. वही कई देश तो अभी से ही इस कार को खरीदने में अपने दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
कौन है AirCar के फाउंडर
आपको बता दें कि और एयरकार के फाउंडर एरे अल्तुनबोज़र हैं. उन्होंने बताया है की अब तक 300 से ज्यादा टेस्टिंग की जा चुकी है.