टीएनपी डेस्क(TNP DESK):जमशेदपुर को उद्योग का गढ़ माना जाता है.वहीं साकची में एक अद्भुत ऐतिहासिक स्थल जुबली पार्क है. जो टाटा स्टील की देन है. यह पार्क न केवल शहर की सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि यह उस समय के उद्योग और समाज के बीच के खूबसूरती का प्रतीक भी है. जुबली पार्क का उद्घाटन पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1954 में किया था.यह पार्क टाटा स्टील के 71 वर्षों की सफलता का प्रतीक है, और इसे टाटा परिवार ने अपनी कंपनी के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर बनाने का निर्णय लिया था.
टाटा स्टील और पार्क का निर्माण
इस पार्क का निर्माण टाटा स्टील द्वारा किया गया था, इस पार्क का महान उपलब्धियों और विकास के प्रतीक के रूप में डिज़ाइन किया गया था, जो टाटा समूह ने भारतीय उद्योग के क्षेत्र में की थी. जुबली पार्क का निर्माण न केवल एक स्थायी धरोहर के रूप में किया गया, बल्कि यह शहर के लिए एक बड़ा गिफ्ट था, ताकि लोग एक सुंदर और शांत वातावरण में अपना समय बिता सकें.
पार्क का डिज़ाइन और अनोखी बातें
पार्क का डिज़ाइन सी.एस. फ्रीजरजो एक प्रसिद्ध ब्रिटिश माली थे, उन्होंने ही इसका डिजाइन किया था .उनके द्वारा डिज़ाइन किए गए इस पार्क में सुंदर बगीचे, घास के मैदान, और झीलें हैं. इस पार्क की सबसे खास बात यह है कि इसे प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ टेक्नोलॉजी सुविधाओं का भी ध्यान रखते हुए बनाया गया था. यहां के फूलों की बगीचा , हरियाली और झीलें आज भी लोगों को अपने ओर आकर्षित करती हैं. पार्क के अंदर एक विशेष स्थान पर एक छोटी झील है, जो यहां के मुख्य आकर्षणों में से एक है.
पंडित नेहरू द्वारा जुबली का उद्घाटन
पंडित नेहरू ने जुबली पार्क का उद्घाटन किया था.वे भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और उनका आना जुबली पार्क के महत्व को और बढ़ा देता है.उस समय उद्घाटन समारोह बहुत ही भव्य हुआ था, जिसमे जमशेदपुर के नागरिकों के साथ-साथ टाटा स्टील के उच्च अधिकारी और कई अन्य प्रमुख लोग भी शामिल थे. यह उद्घाटन न केवल टाटा स्टील की सफलता का प्रतीक था, बल्कि यह भारत के औद्योगिक क्षेत्र और प्रकृति के बीच समाज में लोगों को शांति प्रदान करदिशा में एक कदम था.
पार्क का मुख्य उद्देश्य
जुबली पार्क का उद्घाटन सिर्फ एक मनोरंजन स्थल के रूप में नहीं किया गया था, बल्कि इसका उद्देश्य था लोगों को एक ऐसा जगह देना, जहां वे शांति और सुख-शांति का अनुभव कर सकें. इसे टाटा परिवार ने इस सोच के साथ डिज़ाइन किया था कि यह सिर्फ कंपनी के कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए नहीं, बल्कि पूरे शहर के लोगों के लिए एक सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर बन सके.पार्क में कई मूर्तियाँ, पेड़-पौधे, और प्राचीन शैली की स्थापना की गई , जो इसे एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल बनाती हैं.
आज भी जुबली पार्क लोगों का पसंदीदा जगह
आज भी जुबली पार्क जमशेदपुर का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है. यह न सिर्फ शहरवासियों के लिए एक हरे-भरे वातावरण का स्थान है, बल्कि लोगों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. पार्क में समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और पर्यावरणीय जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं, जो इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व बनाए रखते हैं.पंडित नेहरू के उद्घाटन के साथ जुबली पार्क ने अपनी यात्रा शुरू की थी, और आज भी यह भारतीय समाज के बीच एक महत्वपूर्ण प्रतीक बना हुआ है.
रिपोर्ट-प्रिया झा