TECHNO POST: आज की इस डिजिटल दुनिया (digital world) में UPI ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है. UPI के जरिए लोग अपना बैंक स्मार्टफोन में ही लिए घूम रहे हैं. 1 रुपये से लेकर लाखों रुपये तक का ट्रांजैक्शन लोग आसानी से UPI के जरिए कर रहे हैं. साथ ही अब बैंक में लंबी लाइन से भी लोगों को छुटकारा मिल गया है. लेकिन इन सुविधाओं के साथ फ्रॉड और स्कैम का खतरा भी बढ़ गया है. स्कैमर्स अब लोगों को ठगने के लिए नए नए तरीके निकाल रहे हैं. पहले ठग लोगों से उनके बैंक अकाउंट की जानकारी निकाल उनसे पैसे ठगते थे. लेकिन UPI के आने के बाद से अब स्कैमर्स ने भी ठगने के तरीके बदल दिए हैं. अब ठगी करने के लिए लोगों के UPI अकाउंट पर हमला कर रहे हैं. UPI यूजर्स की एक भूल और स्कैमर्स के लिए चांदी ही चांदी. आपको जान कर हैरानी होगी कि, भारत में ऑनलाइन पेमेंट से होने वाले फ्रॉड की संख्या 1 लाख से ज्यादा है. अभी हाल में ही मुंबई में 16 दिनों में 1 करोड़ रुपये 81 लोगों से ठगे गए हैं. ऐसे में अब UPI के इस नए Auto Pay फीचर ने भी ठगों को न्योता दे दिया है. अगर आप भी UPI Autopay फीचर का इस्तेमाल करते हैं तो आप को भी सतर्क रहने की जरूरत है. इस आर्टिकल में जानिए क्या है UPI Autopay फीचर और कैसे रह सकते हैं स्कैमर्स से सावधान.
क्या है UPI Autopay फीचर
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCA) ने साल 2020 में UPI का एक नया फीचर लॉन्च किया था, ‘UPI Autopay’. इस फीचर के जरिए यूजर्स अपने हर महीन एकि खर्च को बिना भूले आराम से पे कर सकते हैं. यानी की अगर आपको हर महीने बिजली बिल, इंटरनेट बिल, रिचार्ज और लोन से संबंधित कोई भी बिल का भुगतान बिना तारीख मिस किये करना है तो आप इस फीचर का फायदा उठा सकते हैं. इस फीचर की मदद से आप किसी भी मंथली पेमेंट की तारीख को सेट कर आराम से किसी भी बिल का भुगतान कर सकते हैं. इस फीचर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि, मंथली पेमेंट की तारीख को सेट करने के बाद आपके सारे बिल्स का भुगतान अपने आप ही तय दिन पर हो जाएंगे. ऐसे में अगर आप बिल को भरना भूलते भी हैं तो UPI का ये फीचर कभी नहीं भूलेगा.
कैसे हो रहा है UPI Autopay Scam
आजकल हर कोई ओटीटी प्लाटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रहा है. साथ ही इन ओटीटी प्लेटफॉर्म के सब्स्क्रिप्शन को लेने के लिए यूजर्स अपने UPI अकाउंट से इसे लिंक कर देते हैं. जिससे UPI Autopay Feature के तहत आपके ओटीटी सब्स्क्रिप्शन का बिल का पेमेंट खुद ही हो जाता है. इतना ही नहीं हर एप्प में यूजर्स अपने मोबाईल नंबर से ही लॉग इन करते हैं, जिससे स्कैमर्स को एक बहुत बड़ा फायदा होता है. ऐसे में स्कैमर्स या ठग UPI यूजर को ओटीटी प्लेटफॉर्म के नाम पर Autopay का रीक्वेस्ट भेज देते हैं. इसके बाद यूजर्स को कॉल कर उन्हें बिल न जमा होने या फिर पेमेंट में कुछ दिक्कत बता कर उन्हें अपने झांसे में लेने लगते हैं. अक्सर इन स्कैमर्स के मेसेज या कॉल ऐसी कंपनियों के नाम से आते हैं, जिनका यूजर्स इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे कि ओटीटी प्लेटफॉर्म Netflix यूजर्स को Autopay की सुविधा देता है. ऐसे में स्कैमर्स भी लोगों को ठगने के लिए ऐसी ही जानी मानी कंपनियों का नाम इस्तेमाल कर यूजर्स को कॉल या मेसेज भेजते हैं. वहीं, मिलती जुलती कंपनी होने व ध्यान न देने के कारण यूजर्स आसानी से इन स्कैमर्स के झांसे में आ कर UPI Autopay के Request को Accept कर देते हैं. ऐसे में Request Accept होते ही यूजर्स स्कैम का शिकार हो जाते हैं.
UPI Fraud काफी आसान
आमतौर पर यूजर्स अपने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल हर जगह करते हैं. ई-शॉपिंग से लेकर हर साइट पर यूजर्स अपने मोबाइल नंबर से ही लॉग इन करते हैं. इस बात का फायदा स्कैमर्स अच्छी तरह से उठाते हैं और मोबाइल नंबर के जरिए यूजर्स के कई डिटेल्स निकाल उनके UPI ID को हैक कर उन्हें ठगते हैं.
ऐसे बरते सावधानी
इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि, UPI ने हमारी रोजाना की जिंदगी में होने वाले पैसों के लें देन के मामले को सरल कर दिया है. बैंक से सीधे अब लोग स्मार्टफोन से कहीं भी आसानी से पैसे भेज या किसी से ले सकते हैं. लेकिन ये सुविधा ठगों को न्योता भी दे रही है. ऐसे में UPI fraud के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं. इसलिए इन सविधाओं का फायदा उठाने के साथ साथ इनसे होने वाले खतरों से भी सावधान रहने की जरूरत है. Autopay scam से बचने के लिए इन बातों का खास ख्याल रखें.
- सबसे पहले तो हर एप्प के लिए UPI Autopay feature का इस्तेमाल न करें. सबसे ज्यादा जरूरी होने पर ही UPI Autopay को एक्टिव करें.
- UPI ID को अपने बैंक अकाउंट से सीधे लिंक करने की भूल न करें.
- आप लिमिटेड बैलेंस वाले UPI Lite या wallet का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- किसी भी UPI Autopay Request को Accept करने से पहले उसे चेक कर वेरीफाई करना न भूले.
- अपना UPI Pin समय समय पर बदलते रहें.
- किसी भी तरह से कोई भी धोखाधड़ी होने पर आप अपने बैंक से तुरंत संपर्क करें और आप स्कैमर्स के खिलाफ साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं.