रांची (RANCHI) : झारखंड में इंडिया गठबंधन का पेंच अभी तक फंसा हुआ है. सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है. प्रत्याशियों के घोषणा नहीं होने से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ऊहापोह की स्थिति में है. चुनाव प्रचार की तैयारियां भी कार्यकर्ता नहीं कर पा रहे हैं. जबकि एनडीए ने झारखंड के 14 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. पहले कहा जा रहा था कि इंडिया गठबंधन एनडीए के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद एलान करेगी, लेकिन अभी तक घोषणा नहीं होने के कारण संशय की स्थिति बनी हुई है.
कांग्रेस को नहीं मिल रहे मजबूत प्रत्याशी
बता दें कि कांग्रेस ने सात में से सिर्फ तीन सीटों पर ही प्रत्याशियों की घोषणा की है. जिसमें लोहरदगा से सुखदेव भगत, हजारीबाग से जय प्रकाश भाई पटेल और खूंटी से कालीचरण मुंडा को मैदान में उतारा है, बांकि चार सीटों पर उम्मीदवारों के चयन में कांग्रेस अभी भी उलझी हुई है. जिसमें रांची, गोड्डा, धनबाद और चतरा या पलामू में से एक सीट शामिल है. कहा जा रहा है कि इन सीटों पर कांग्रेस को मजबूत उम्मीदवार नहीं मिल रहा है. जिसके कारण प्रत्याशियों के घोषणा करने में देरी हो रही है. उम्मीदवारों के नाम फाइनल नहीं होने से इंडिया गठबंधन और कार्यकर्ताओं में मायूसी बढ़ रही है.
इन लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कई नेता ठोक रहा दावा
रांची, गोड्डा और धनबाद से कांग्रेस के कई नेता अपना-अपना दावा ठोक रहे हैं. पार्टी कार्यालय के भी चक्कर लगा रहे हैं. कांग्रेस के आलाकमान से भी मुलाकात करने की कोशिशें जारी है. दिल्ली दरबार में भी कुछ नेता डेरा डाले हुए हैं. हालांकि अभी तक किसी को सफलता हाथ नहीं लगी है. सबसे प्रतिष्ठित रांची सीट को लेकर कांग्रेस पार्टी पेशोपेश में है. पहले बताया जाता था कि रांची लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय ही उम्मीदवार होंगे. लेकिन रामटहल चौधरी के कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने के साथ ही यह सीट वेटिंग में चला गया. आलाकमान को समझ में नहीं आ रहा है कि इस सीट से किस पर दांव लगाया जा सके. इस वजह से यह सीट अभी भी फंसा हुआ है. वहीं गोड्डा की बात करें तो यहां कांग्रेस के प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय सिंह और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ताल ठोक रहे हैं. फुरकान अंसारी के बेटे व जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी भी अपने पिता के पक्ष में सोशल मीडिया पर कैंपेन करना शुरू कर दिया है. वे दावा भी कर रहे हैं कि गोड्डा से निशिकांत दुबे को सिर्फ मेरे पिता फुरकान अंसारी ही हरा सकते हैं. इस पर भी अभी मंथन चल रहा है. वहीं, धनबाद से ददई दुबे, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व सांसद रवींद्र पांडेय कांग्रेस से टिकट की मांग कर रहे हैं. इस बीच झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी दिल्ली पहुंच गई हैं. बताया जाता है कि धनबाद सीट पर कांग्रेस बड़ा दांव खेलेगी.
चतरा और पलामू सीट पर कांग्रेस-राजद में मचा है घमासान
वहीं चतरा और पलामू लोकसभा सीट की बात करें तो यहां कांग्रेस और राजद में घमासान मचा हुआ है. राजद का कहना है हमें दोनों सीटें चाहिए वहीं कांग्रेस एक सीट देने पर अमादा है. इस वजह से यहां पर सीट शेयरिंग का पेंच फंसा हुआ है. संभव है जल्द ही इन सीटों का मसला सुलझ जायेगा.
कांग्रेस के बाद झामुमो करेगी उम्मीदवारों की घोषणा
इंडिया गठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा को राज्य में पांच सीटें मिलने जा रही है. जिसमें राजमहल, दुमका, जमशेदपुर, गिरिडीह और पश्चिमी सिंहभूम शामिल है. हालांकि, झामुमो ने भी एक भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. जेएमएम का कहना है कि कांग्रेस के उम्मीदवारों के घोषणा के बाद ही झामुमो अपने प्रत्याशियों का एलान करेगा. क्योंकि कांग्रेस से नाराज झामुमो लोहरदगा में अपना उम्मीदवार उतारना चाहता था, लेकिन कांग्रेस ने सुखदेव भगत को उम्मीदवार बना दिया. जिसके बाद झामुमो ने कांग्रेस को यहां से मजबूती से चुनाव लड़ने की नसीहत दे डाली. कहा जा रहा था कि राजमहल से झामुमो उम्मीदवार का एलान जल्द ही कर देगी लेकिन अभी तक नहीं किया है. यहां से झामुमो के विजय हांसदा सांसद हैं. दुमका सीट को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. पहले हेमंत सोरेन के नाम को लेकर चर्चा उड़ी थी लेकिन अब वो भी नहीं हो रही है. जमशेदपुर सीट को लेकर झामुमो पेशोपेश में है. वहीं गिरिडीह और पश्चिमी सिंहभूम से कौन उम्मीदवार होगा, इसको लेकर पार्टी में मंथन चल रहा है.