टीएनपी डेस्क (TNP DESK): महेन्द्र सिंह धोनी का ये आखिरी आईपीएल होने वाला है. लेकिन, जिस तरह से माही अपनी काबिलियत, खेल और तजुर्बा दिखा रहें है. इससे तो इस क्रिकेटर की हर कोई तारीफ ही करेगा. पिछले साल चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन उतना अच्छा नही था. चार बार की चैंपियन चेन्नई, पिछले सीजन 9वें पायदान पर रहकर लोगों को निराश कर दिया था. लेकिन, इस सीजन चेन्नई चैंपियन बनने की राह पर है, उसकी किस्मत पलट चुकी है. उसे प्लेऑफ में पहुंचने के लिए महज 1 जीत की दरकार है. चेन्नई सुपर किंग्स पाइंट टेबल में गुजरात टाइटंस के बाद दूसरे स्थान पर है.
चेन्नई की इस शानदार खेल में माही ने अपने तजुर्बे के साथ-साथ अपने खेल से भी लोगों को मुरीद बना दिया. क्योंकि जो टीम पिछले सीजन फर्श पर आई गई थी, आज वह अर्श पर खड़ी दिखाई पड़ रही है .आखिर ऐसा क्या हुआ की चेन्नई मैदान पर भारी पड़ रही है और माही टीम की किस्मत पलटने के लिए जोर लगाए हुए हैं
बल्लेबाज बना रहें है ताबड़तोड़ रन
चेन्नई के ओपनर्स ऋतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉन्वे अपनी टीम के लिए शानदार आगाज के साथ-साथ टीम के लिए शुरुआत में ही रन बटोरकर मजबूती दे रहें है. वही मीडिल ऑर्डर में शिवम दुबे और आजिंक्य रहाणे का बल्ला धमाका कर रहा है. खासकर बांए हाथ के बल्लेबाज शिवम दुबे ने तो कोहराम मचा के रखा है. शिवम ने 12 मैचों में 159.89 के स्ट्राइक रेट से 315 रन बनाए हैं, जिसमें 27 छक्के जड़े हैं.
कमजोर गेंदबाजी बनीं ताकत
रविन्द्र जडेजा को छोड़कर कोई बड़ा नाम चेन्नई के गेंदबाजी खेंमे में नहीं दिख रहा था. लेकिन जिस तरह की ताकत और पैनापन मैच के दौरान तुषार देश पांडे, दीपक चाहर और मथीशा पथिरान ने दिखाया. इससे चेन्नई की कमजोर, अनुभवहीन गेदबाजी ही ताकत बनकर विपक्षियों के खिलाफ कहर बन रही है. वही रविन्द्र जडेजा भी अपनी शानदार गेंदबाजी से प्रतिद्वंद्दी बल्लेबाजों के लिए मुसिबत बन रहें है.
महेन्द्र सिंह धोनी की शानदार अगुवाई
आईपीएल सीजन का शायद अपना आखिरी मैच धोनी खेल रहें है. लेकिन, उम्र के इस पड़ाव पर भी उनका वही जोश-उमंग और नेतृत्व दिख रहा है. जो आज से दस साल पहले था, माही बल्ले के साथ-साथ अपने नेतृत्व से चेन्नई को प्ले ऑफ की दहलीज पर पहुंचा दिया. मुश्किल वक्त में टीम को संभालने के लिए धोनी हमेशा तैयार नजर आते हैं.
चेन्नई सुपर किंग्स में कोई बड़े नाम मौजूद नहीं है. लेकिन, जिस तरह से टीम युवा क्रिकेटर्स को लेकर परफॉर्म कर रही है. वो सचमुच कायल करने वाली और नसीहतें बांटने वाली है. जो यह बताती है कि अगर नेतृत्व बढ़िया मिले और मिलकर एक टीम की तरह खेला जाए तो मजबूत से मजबूत टीम भी धराशायी हो जाएगी .
रिपोर्ट-शिवपूजन सिंह