टीएनपी स्पोर्ट्स (TNP SPORTS): टीम इंडिया शुक्रवार, 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेलेगी. इस मैच में, नियमित कप्तान रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में जसप्रीत बुमराह टीम की कमान संभालेंगे. इस बीच भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली का समर्थन किया है. बता दें कि न्यूजीलैंड टेस्ट मैच में कोहली की प्रदर्शन कुछ खास नहीं थी. जिसके बाद से कोहली के परफॉर्मेंस को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे थे. हालांकि ऑस्ट्रेलिया के साथ पर्थ टेस्ट से पहले बुमराह ने कहा कि उन्हें कोहली को कुछ बताने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि उन्होंने खुद कोहली की कप्तानी में डेब्यू किया था. बुमराह का मानना है कि एक सीरीज में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, लेकिन कोहली का आत्मविश्वास मजबूत बना हुआ है.
बुमराह ने कहा:
"जब मैं यहां आया था, तो कोच और मैनेजमेंट ने मुझे स्पष्ट कर दिया था कि मैं कप्तानी करूंगा."
"मुझे कोहली को कुछ बताने की जरूरत नहीं है. मैंने उनके नेतृत्व में डेब्यू किया है. एक सीरीज में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, लेकिन उनका आत्मविश्वास स्थिर है."
"हमने न्यूजीलैंड सीरीज से काफी कुछ सीखा, लेकिन वहां की परिस्थितियां अलग थीं. यहां हम अलग तरह से प्रदर्शन करेंगे."
"हमने अपनी प्लेइंग-11 चुन ली है, और यह जानकारी मैच शुरू होने से पहले दी जाएगी."
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतना होगा शानदार- कमिंस
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा कि उनकी टीम पर दबाव होगा, खासकर इस बात को ध्यान में रखते हुए कि ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ पिछली चार टेस्ट सीरीज हार चुका है. उन्होंने कहा, "होमग्राउंड पर हमेशा दबाव होता है. भारत की टीम मजबूत है, और यह एक बड़ी चुनौती होगी, लेकिन हम भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे हैं. BGT जीतना शानदार होगा, और हमारी तैयारी भी पक्की है."
कमिंस की मुख्य बातें:
"बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हमेशा चुनौतीपूर्ण होती है. पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं."
"मैकस्वीनी (ऑस्ट्रेलियाई ओपनर) को अपना प्राकृतिक खेल खेलना चाहिए. उन्हें डेविड वॉर्नर के जैसा खेलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए."
"भारतीय ऑलराउंडर नीतीश रेड्डी प्रभावशाली खिलाड़ी हैं. वे गेंद को स्विंग करने में माहिर हैं, भले ही उन्होंने सनराइजर्स के लिए ज्यादा गेंदबाजी नहीं की हो."