टीएनपी स्पोर्ड्स (TNP SPORTS): 4 जुलाई का दिन भारतीय क्रिकेट फैंस हमेशा याद रखेंगे. क्योंकि 17 साल पहले जो ट्रॉफी जीत कर महेंद्र सिंह धोनी ने भारत को गौरवान्वित किया था. ठीक 17 साल बाद यानी 29 जून 2024 को रोहित की टीम ने यह गौरव वापस भारतीय टीम को दिलाया है. क्योंकि भारतीय फैंस इस ट्रॉफी के लिए लगातार टकटकी लगाए बैठ थे. कल जैसे ही भारतीय टीम दिल्ली पहुंची उसके बाद से ही फैंस अपने चहेते स्टार्स के स्वागत के लिए दिल्ली से मुंबई तक सड़कों पर उतर आए और जीत का सेलिब्रेशन 16 घंटे तक चला. लेकिन इसमें एक खास बात यह रहा कि जब भारतीय खिलाड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गए थे, तो प्रधानमंत्री ने सभी के साथ बातचीत की और फोटो खिचवाया. लेकिन सबसे खास बता यहां यह थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रॉफी को अपने हाथ से नहीं छुआ. जिसके बाद जिसने भी इस तस्वीर को देखा सभी यह सोच रहे है कि आखिर इसके पीछे का कारण क्या है.
जानिए क्या है इसके पिछे का कारण
बता दें कि जब भारतीय खिलाड़ी नरेंद्र मोदी ने बातचीत कर रहे थे तो पीएम ने सभी खिलाड़ियों के साथ एक फोटो खिंचवाया, लेकिन पीएम ने ट्रॉफी को हाथ नहीं लगाया. उन्होंने सिर्फ कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के हाथ पकड़े रखा. ट्रॉफी रोहित और राहुल ने पकड़े थे. इसके पीछे का कारण क्या है चलिए आपकों बताते है. दरअसल इसके पीछे का एक कारण यह है कि जो भी टीम ट्रॉफी या मेडल जीतती है सिर्फ उसे ही अधिकार होता है ट्रॉफी को हाथ लगाना. उन खिलाड़ियों को छोड़ कर उस ट्रॉफी को छूने का अधिकार किसी के पास नहीं होता. शायद इसी कारण पीएम ने ट्रॉफी को नहीं छुआ और सिर्फ रोहित-राहुल के हाथ पकड़े.