जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने जुबली पार्क में घुसकर वेलेंटाइन डे का जोरदार विरोध किया. कुछ ने तो प्रेमी जोड़ों के साथ मारपीट भी की लेकिन पार्क में तैनात पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज दिया. वहीं दूसरी तरफ संगठन के लोगों ने पुलवामा शहीद हुवे जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा प्यार करना है तो शहीद से करो.
संस्कृति की रक्षा के नाम पर गुंडई
वहीं हर साल की तरह इस साल भी हिंदूवादी संगठनों से जुड़े युवाओं ने वेलेंटाइन डे का जोरदार विरोध किया. इसे लेकर कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में शहर के साकची स्थित जुबली पार्क पहुंचे. ताकि पार्क में वेलेंटाइन डे मनाने आने वाले प्रेमी जोड़ों को रोका जा सके. लेकिन कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को देखते हुए पार्क गेट के समीप पहले से पुलिस की सुरक्षा के व्यवस्था पुख्ता कर रखी थी. पहले तो पुलिस बल ने वेलेंटाइन डे का प्रदर्शन करने वालों को पार्क के गेट पर ही रोकना चाहा, लेकिन किसी तरह प्रदर्शनकारी पार्क के भीतर घुसे और नारेबाजी करने लगे. लेकिन मौजूद पुलिस पदाधिकारियों ने उन्हें किसी तरह समझा-बुझाकर वापस भेज दिया. इस बीच भारतीय संस्कृति की रक्षा की बात कहते हुए कार्यकर्ताओं ने पुलवामा में आतंकी हमले में मारे गए जवानों को श्रद्धांजलि भी दी. उनका कहना था कि भारतीय संस्कृति से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर नहीं बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.अगर प्रेम करना है जवानों से करो.
पुलवामा में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि
वही वेलेंटाइन डे के दिन पुलवामा में शहीद हुए जवानों को केशरी युथ के लोगों ने श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें नमन किया. इन लोगों ने देश के शहीद हुए जवानो के परिवार वालो के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की और कहा कि पूरा भारत वर्ष आज शहीद हुए परिवारों के साथ है, उसे देश कभी नहीं भूल सकता है. इन्होंने कहा आज हम उन तमाम शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देते है इनका बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जएगा.
कार्यकर्ताओं को पार्क से निकाला बाहर
पार्क में हंगामे को देखते हुवे पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को पार्क से बहार किया और किसी भी तरह के हंगामा करने से मना किया फिलहाल पूरे पार्क में पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है. वहीं वैलेंटाइन डे में कुछ लोग कहते यह बुरा नहीं मगर इसे मनाने का सोच होना चाहिए जरूरी नहीं की प्रेमी से ही वेलेंटाइन डे मनाया जाए. पिता और मां से भी बोल कर मनाया जा सकता है. हर वर्ष के तरह इस वर्ष भी संगठन के लोग पार्क तो पहुंचे मगर पुलिस की मुस्तैदी ने पार्क में आने वालों लोगों को कोई परेशानी नहीं होने दी.
रिपोर्ट : रंजीत ओझा, जमशेदपुर