धनबाद(DHANBAD): धनबाद का झरिया शहर, समस्याओं की यहां लंबी फेहरिस्त है. उन्हीं फेहरिस्त में प्रदूषण भी एक बड़ी परेशानी है. त्रासदी है कि इस ओर किसी का ध्यान कभी जाता नहीं है. रविवार को झरिया की सामाजिक संस्था यूथ कॉन्सेप्ट ने प्रदूषण के खिलाफ लोगों का ध्यान खींचने के लिए अनोखा तरीका अख्तियार किया. लोग इससे प्रभावित भी हुए. झरिया के कतरास मोड़ के समीप सड़क के बीचो-बीच बैनर लगा था कि प्रदूषण की राजधानी झरिया शहर में आपका स्वागत है,इस बैनर ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा. इसके अलावे आम नागरिकों सहित कोल ट्रांसपोर्टिंग में लगे हाईवा पर पुष्प वर्षा की गई. मकसद था कि समाज के लोग इस अभियान से जुड़े और प्रदूषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें. संस्था के संयोजक अखलाक अहमद का मानना है कि जनप्रतिनिधि इस मामले में पूरी तरह से उदासीन हैं. हालत यह है कि जब सड़क से बड़ी गाड़ियां गुजरती है तो धूल का गुबार उठने लगता है. नतीजा होता कि पीछे की गाड़ियों को सड़क नहीं दिखती और वह दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है. आंकड़े भी इसी बात को साबित करते हैं. बता दें कि झरिया शहर के साथ न्याय न सरकार कर रही है और ना जनप्रतिनिधि. जमीन के नीचे भूमिगत आग है और ऊपर प्रदूषण का दबाव. लोग आखिर करें भी क्या. कोलियरी इलाका होने के कारण भी यहां प्रदूषण अधिक है, लेकिन रोकथाम के जो उपाय होने चाहिए थे, किए नहीं जाते. अभी धनबाद नगर निगम ने अपने कार्यालय परिसर में प्रदूषण नापने की मशीन लगवाई है. निगम की योजना है कि वह अपने पांचों अंचल में इस तरह की मशीन लगवाइगा. लोगों को प्रदूषण की मात्रा की अद्यतन जानकारी मिल सकेगी. खैर, जानकारी लेकर भी लोग क्या करेंगे, प्रदूषण कम करने के लिए जो उपाय होने चाहिए, वह किए नहीं जाते. वाहनों को न ढक कर कोयले की ढुलाई की जाती है और ना सड़कों पर पानी छिड़काव किया जाता है. नतीजा है कि एक वाहन आगे आगे चलता है तो पीछे वाले वाहन को आगे कुछ दिखाई नहीं देता. इस वजह से लोग समय से पहले जान भी गवां रहे हैं. आखिर झरिया को किस्तों में कब तक मारा जाएगा, यह एक बड़ा सवाल पहाड़ बनकर खड़ा है.
रिपोर्ट: शांभवी, धनबाद
