धनबाद (DHANBAD) : आ गया नया साल 2023. कोयलांचल में धूम-धड़ाके के साथ 2022 की विदाई की गई और 2023 का स्वागत हुआ. लोगों का उत्साह चरम पर था. वैसे नए साल की पहली सुबह से ही मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है. धीरे-धीरे ठंड रफ्तार पकड़ने लगी है. आसमान में बादल छाए हुए हैं. ठंड के बीच लोग नए साल का स्वागत कर रहे हैं. इसका भी अपना अलग ही आनंद है. इस बीच पिकनिक स्पॉट पर जाने, कार्यक्रम करने पर तो कोई रोक नहीं है लेकिन कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का लोगों से अपील जरूर की जा रही है. मास्क लगाने और 2 गज की दूरी का पालन करने का निर्देश दिया जा रहा है. कहीं कोई पाबंदी नहीं है लेकिन कोरोना गाइडलाइन का पालन करना खुद की सुरक्षा के लिए जरूरी बताया जा रहा है.
कुछ यू गुज़रा साल 2022
वैसे हर साल कुछ उम्मीदें टूटती है तो कई सपने पूरे भी होते हैं. बीते साल 2022 बहुत बड़ा सबक देकर गया है. लेकिन साथ ही साथ कठिन डगर पर चलने की सीख भी दे गया है. कोरोना का असहनीय दर्द, अपने को खोने की पीड़ा और फिर से संयुक्त परिवार में जीने की आदत डालने की सीख तो निश्चित रूप से 2022 देकर गया है. भारतीय संस्कृति का मूल प्रेम, समर्पण, त्याग को पुनर्जीवित कर गया है. याद करिए उस दौर को ,जिसमें लोगों ने अपनी जान की चिंता किए बगैर दूसरों के लिए काम किया. इलाज में मदद की. भोजन की व्यवस्था कराई. जगह जगह किचन शुरू हुए. थाना से लेकर सार्वजनिक स्थानों तक भोजन का वितरण हुआ. लोगों ने हर कोशिश की कि भूख से कोई परेशान नहीं हो. डॉक्टरो ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की रक्षा के लिए सब कुछ किया, जो उन्हें करना चाहिए था. इससे हम सबों को सबक तो जरूर मिली है लेकिन उस सबक को कायम रखने की जरूरत है. 2023 आ गया है, कई उम्मीद है और भरोसा लेकर यह नया साल आया है. इस नए साल को नए ढंग से जीने की जरूरत है. को रोना फिर एक बार दस्तक देने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में सबको सचेत और सजग रहने की जरूरत है. तभी हम नए साल का सही ढंग से स्वागत कर पाएंगे .2022 में कुल मिलाकर लोगों को परेशान किया लेकिन 2023 में हम उम्मीद करेंगे कि वही स्थिति फिर बहाल नहीं हो और लोग भयमुक्त होकर जीवन जिए.लेकिन इसमें थोड़ी भी लापरवाही हुई तो यह सब पर भारी पड़ सकती है.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद