रांची(RANCHI): राजधानी रांची में कई सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल है. बड़ी-बड़ी बिल्डिंग बनाई गई है. दावा किया जाता है कि मरीजों का इलाज बेहतर और सुरक्षित किया जाता है. लेकिन इस चकाचौंध के बीच एक काला धंधा धड़ल्ले से जारी है. अस्पतालों के काले कारनामे को कई फिल्मों में भी दिखाया गया है. लेकिन अब ऐसी ही वारदात रांची में लगातार सामने आ रही है. अब एक नया मामला रांची के सैमफोर्ड अस्पताल से सामने आया है. जहां मरीज के मरने के बाद भी परिजनों से दवा मंगवाई गई.
दरअसल बोकारो से 27 जुलाई को इलाज कराने के लिए परिजन हनुमाला देवी को लेकर सैमफोर्ड अस्पताल पहुंचे थे. मरीज को कमजोरी की समस्या पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस बीच मरीज अस्पताल में इलाजरत रही. हर दिन ट्रीटमेंट के नाम पर पैसे जमा कराए गए. लेकिन मंगलवार की दोपहर 12.30 में अस्पताल की ओर से बताया गया कि मरीज की मृत्यु हो गई है. उसे बचाने में सफल नहीं हो पाए. जब मृत्यु का कारण परिजनों ने पूछा और रिपोर्ट देखना चाहा तो अस्पताल के कर्मियों ने रिपोर्ट को छिपा दिया.
मरीज के परिजन संदीप प्रसाद सिंह ने बताया कि अस्पताल के लापरवाही के वजह से मौत हुई है. हर दिन मरीज से मुलाकात होती थी. लेकिन ट्रीटमेंट के नाम पर मंगलवार को मिलने नहीं दिया गया. दोपहर 12 बजे तक दवा के नाम पर पांच हजार का बिल भुगतान कराया गया. इसके बाद अचानक 12.30 में मौत की खबर दी गई. उन्होंने कहा कि अस्पताल में कमजोरी की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था. लेकिन अस्पताल में लापरवाही के वजह से मौत हुई है. मौत का कारण भी अस्पतालकर्मियों के द्वारा नहीं बताया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि मरीज की मौत के बाद जब रिपोर्ट की मांग की तो अस्पताल के कर्मचारी ने उसे छिपा दिया. इस दौरान किसी तरह से रिपोर्ट की फाइल जब लेना चाहा तो अस्पतालकर्मियों के द्वारा मारपीट शुरू कर दी गई. महिलाओं के साथ भी पुरुष कर्मी और बॉउन्सरों से दुर्व्यवहार किया है. इस मारपीट में एक व्यक्ति का सर भी फट गया है. संदीप ने मांग किया कि ऐसे अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई की जाए. जिससे आगे किसी के साथ ऐसी वारदात ना हो.