धनबाद(DHANBAD) : झारखंड में खनिज की प्रचूरता का कोई जवाब नहीं है. झारखंड के गढ़वा में पोटाश का भंडार है. गढ़वा जिले के भवनाथपुर के विभिन्न क्षेत्रों में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की जांच में पोटाश का भंडार होने का पता चला था. केंद्र सरकार ने तीसरे चरण के तहत तीन महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉक की नीलामी फिलहाल रद्द कर दी है. इनमें झारखंड के मुस्कैनी पहाड़ पर पोटाश के भंडार का ब्लॉक भी शामिल है. बोली कर्ताओं की संख्या तय मानक से कम होने के कारण सरकार ने यह नीलामी रद्द कर दी है.
जिन तीन ब्लॉक की नीलामी रद्द की गई है, उनमें जम्मू कश्मीर का एक शामिल है. तमिलनाडु का एक ब्लॉक है, जबकि झारखंड के पोटाश का ब्लॉक इसमें शामिल है. झारखंड के गढ़वा जिले के भवनाथपुर के विभिन्न क्षेत्रों में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया सर्वे कर रहा था. ड्रिलिंग के माध्यम से हो रहे इस सर्वे के बाद भवनाथपुर के मुस्कैनी पहाड़ में पोटाश के भंडार होने का पता चला था. पोटाश (पोटाशियम हाइड्रॉक्साइड) का उपयोग मुख्यतः कृषि कार्य में बतौर खाद के रूप में होता है. वहीं इसका थोड़ा बहुत इस्तेमाल साबुन या डिटर्जेंट पाउडर बनाने में भी किया जाता है.
झारखंड के गढ़वा जिले के भवनाथपुर क्षेत्र के मकरी, मुसकैनिया पहाड़, सिंघिताली, बरवारी व गडेरियाडीह को चिह्नित कर 25 दिसंबर 2020 से इन क्षेत्रों में ड्रिलिंग का कार्य चल रहा था.यह काम माइनिंग एसोसिएशन प्राइवेट आसनसोल (कोलकाता) ने किया जबकि सर्वे का कार्य जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने किया था . इन जगहों में करीब 20 प्वाइंट पर ड्रिलिंग किया गया था. ड्रिलिंग के दौरान कंपनी के अधिकारियों ने मुसकैनिया पहाड़ तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर फॉस्फेट नामक खनिज के अकूत भंडार होने की संभावना जतायी थी, लेकिन सर्वे के बाद अधिकारियों ने यहां पोटाश होने की पुष्टि की थी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो