रांची(RANCHI) : झारखंड में उपचुनाव और भाजपा के संकल्प यात्रा को लेकर सियासी बयानबाजी तेज है.बाबूलाल के संकल्प यात्रा पर झामुमो ने तंज कसा है. और उन्हें बाज़ार हाट में सभा करने की सलाह दी है. झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अब नए पहलवान के हवाले भाजपा ने कमान दी है. जिसके बाद अब वह संकल्प ले रहे है क्या उनका संकल्प यह है कि कुतुब मीनार से नहीं कूदेंगे. वह शख्स डुमरी उपचुनाव को लेकर जीत के दावे कर रहे है. यह वही बाबूलाल है जिनको डुमरी में 11 वां स्थान मिला था JVM से अधिक AAP को लोगों ने पसंद किया था.मुद्दा के बिना चुनावी मैदान में उतरे है.
तिरंगा यात्रा पर तंज
उनके बड़े नेता हर घर तिरंगा की बात कर रहे है.जिनके मुख्यालय में 56 साल तक तिरंगा नहीं लगाया ,जिन्होंने आज़ादी को नहीं माना वह अब संकल्प लेकर निकल रहे है.जो लड़ाई संथाल से 1800 में शुरू हुई,वह लड़ाई पूरे देश में फैली इस लड़ाई से भी स्वयं सेवक संघ दूर था. जब पाकिस्तान बना तो इसका प्रस्ताव हिन्दू महासभा ने 1908 में लाया था. यह लोग ने कोई काम नहीं किया.जब इनसे नौ साल का जवाब मांगा जाता है तो उल्टा पीछे के बारे में बात करते है.
रोजगार की मांग पर बेच दिया गया कारखाना
जब लोग रोजगार की मांग की थी तो सभी कारखाने को बेच दिया गया. जब काला धन के बारे में पूछा जाता है तो नोटबन्दी कर दिया. भाजपा के लोग जनता को मूर्ख बनाने का काम कर रहे है. अब CAG का रिपोर्ट आया जिसमें अमृत काल के घोटालों के बारे में बताया गया है. लेकिन ये इस बात को छुपाने में लगे है. CAG के रिपोर्ट में राजस्व के मामले में कोई भी भाजपा शाषित राज्य नहीं है. इसमें झारखंड का स्थान काफी उपर है. क्या बाबूलाल यही संकल्प लेकर जनता के बीच जाएंगे.पहली बार कोई प्रदेश का नेता कई नुक्कड़ सभा करेगा. इनके पास जनता की भीड़ तो जुटती नहींहै. झामुमो ने पहले भी कहा था और अब फिर दुहरा रहे है कि आदमी हम भेज देंगे. या फिर हाट बाज़ार में एक चोकी लगाकर सभा कर ले. नहीं तो इन्हें सुनने वाला कोई नहीं जाएगा.
दिवंगत जगरनाथ महतो जैसा कोई नेता नहीं
जितना स्वं जागरनाथ महतो ने किया झारखंड के किसी नेता ने नहीं किया है. उन्होंने सुदेश महतो और भाजपा को निशाने पर लेकर कहा कि डुमरी की जनता जवाब देने का काम करेगी.बाबूलाल मरांडी के संकल्प यात्रा का स्वागत कर रहे है.लेकिन इससे बेहतर रहेगा कि वह इश्तेहार छपवा कर बाट दे.यात्रा से कम खर्च में यह पूरा हो जाएगा. बाबूलाल भाजपा के अस्तित्व को बचाने में जुटे है.बाबूलाल का संकल्प है कि भाजपा मुक्त झारखंड हो इसके लिए वह उन्हें बधाई देते है.
1932 हमारा संकल्प
सुप्रियो ने फिर दुहराया कि इसी कार्यकाल में 1932 का प्रस्ताव लाएगी.1932 पर कभी भी समझौता नहीं करेंगे.हमारा 1932 संकल्प है और भाजपा का विकल्प. यह वही लोग है जो 1985 का समर्थन और OBC आरक्षण को कम करने का काम किया था.यह लोग की राजनीति निर्लज्जता है.भाजपा आजसू को डुमरी में जाकर माफी मांगने की जरूरत है.यह डुमरी जा कर कहे कि हम आदिवासी मूलवासी के विरोधी है.डुमरी चुनाव का घोषणा, आदिवासी महोत्सव और 15 अगस्त को देख कर ED की नोटिस भेज कर डराने की कोशिश कर रहे है.हम कभी डरने वाले नहीं है.शुरू से तिरंगे की रक्षा कर रहे है आगे भी जारी रहेगा.हम ना झुकेंगे और ना डरेंगे.
रिपोर्ट. समीर हुसैन