टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-शुक्रवार को झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरु होगा, इस सर्दी में सदन के गरमाने के पूरे आसार दिखाई पड़ रहे हैं. विपक्ष पूरी तैयारी के साथ सत्त पक्ष को घेरेगी. उसके सामने कई मुद्दे हाथ में हैं, जिसका जवाब देने हेमंत सरकार के लिए उतना आसान नहीं होगा. सबसे सुखद बाद भाजपा के लिए तो ये है कि उसे चार साल बाद सदन में नेता प्रतिपक्ष की मान्यता होगी. अमर कुमार बाउरी भाजपा की तरफ से कमान संभालेंगे.
भाजपा के पास नेता प्रतिपक्ष
अमर कुमार बाउरी की अगुवाई भाजपा विधायक शुक्रवार से आगाज हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शामिल होंगे, दरअसल, इससे पहले बाबूलाल मरांडी भाजपा विधायक दल के नेता थे, जिन्हें मान्यता नहीं मिली थी. दरअसल, विधायी कार्यों में सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष नहीं रहने से कई बार भाजपा को काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ता था. भाजपा के लिए यह सत्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और नेता प्रतिपक्ष दोनों मौजूद रहेंगे, ऐसे में सदन में बेहतर समन्वय दिखेगा. इनकी मौजूदगी के साथ भाजपा विधायक के तौर पर सीपी सिंह, बाबूलाल मरांडी, रामचंद्र चंद्रवंशी जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
हेमंत सरकार को घेरेगी भाजपा
राजस्थान, मध्यप्रदेश औऱ छत्तीसघढ़ में मिली जीत की हैट्रिक के बाद भाजपा के हौंसले बुलंद हैं , इससे बीजेपी विधायकों का मनोबल भी ब़ढ़ा हुआ है . इस बार सदन में कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार , रोजगार समेत कई मसले हैं, जिस पर भाजपा विधायक हेमंत सोरेन की सरकार से सवाल करेंगे. इन मसलों के अलावा चर्चित धीरज साहू का मामला भी सदन में उठेगा और पूछा जाएगा कि आखिर साढ़े तीन सौ करड़ो से अधिक पैसा कहा से आया. इस पर जवाब सत्ता पक्ष से मांगा जाएगा. कांग्रेस के लिए ये मुश्किल घड़ी होगी. ईडी के छह समन भेजने के बाद आखिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन क्यों हाजिर नहीं हुए. इस पर भी सवाल जवाब भाजपा करेगी.
झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरु होकार 21 दिसंबर तक चलेगा. भारतीय जनता पार्टी इस बार पूरे जोश-खरोश के साथ सरकार से कई मसलों पर सवाल जवाब करेगी. देखना दिलचस्प होगा कि आखिर विपक्ष के सवालों का सरकार किस तरह जवाब देती है.