TNP DESK:- बोरियों विधायक लोबिन हेंब्रम अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. उनका मानना है कि झारखंड सरकार अब आदिवासियों के हित मे बात नहीं करती है . इस कारण ही उन्होंने लोकसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ा था. अब लोबिन हेंब्रम पर स्पीकर न्यायधीकरण में 10 वीं अनुसूची के तहत दलबदल का मामला चलेगा . इस तरह का कदम उठा के झामुमो ने बाकी कार्यताओ को बता दिया कि लोकसभा चुनाव में जिसने भी बगावत की है उसके साथ नरमी नहीं बरती जाएगी. लोबिन हेंब्रम ने अपने ही प्रत्याशी विजय हसंदा के खिलाफ निर्दलीय खड़े होकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.
5 जुलाई तक रखना है पक्ष
आपको बता दें की लोबिन हेंब्रम पर जो मामला विधानसभा ने दर्ज किया है. उसमे विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हे 5 जुलाई तक अपना पक्ष रखने का समय दिया है . 5 जुलाई के भीतर ही दोनों पक्षों को जवाब देना होगा. इसके बाद ही इस मामले की सुनवाई होगी.
लोकसभा चुनाव में बागी बन मैदान में उतरे थे
आपको बता दे की लोकसभा चुनाव 2024 में लोबिन हेंब्रम अपने ही दल के प्रत्याशी विजय हाँसदा के खिलाफ राजमहल से खड़े हुए थे . हालांकि वहाँ की जनता ने उन पर अपना भरोसा नहीं जताया था. विजय हाँसदा ने वहाँ पर फिर से अपनी जीत की हैट्रिक लगा दी थी. आपको बात दे की विजय हासंदा ने भाजपा के ताला मारांडी को 1 लाख 78 हजार 264 वोट के बड़े अंतर से जमीन दिखा दी थी. इस चुनाव मे झामुमो ने 6 लाख 13 हजार 371 वोट से जीत दर्ज की थी , जबकि भाजपा प्रत्याशी को 4 लाख 35 हजार 107 वोट हासिल हुए थे. वहीं निर्दलीय चुनाव लड़ रहे लोबिन हेंब्रम को 42 हजार 140 वोट मिले थे.
लोबिन हेंब्रम को झामुमो ने किया सस्पेंड
आपक ज्ञात हो की लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान ही झामुमो ने 17 मई को एक पत्र जारी करके गठबंधन के विपरीत जाकर चुनाव लड़ने के लिए उन्हे अगले छ साल के लिए निष्काषित कर दिया है. हालांकि the news पोस्ट की टीम ने जब लोबिन हेंब्रम से बात की तो उन्होंने इस बात को खारिज करते हुए कहा की उनके पास अब तक कोई भी ऐसा पत्र नहीं पहुंचा है .