धनबाद(DHANBAD) : दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ जैसे त्योहारों पर बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के लोगों की बल्ले बल्ले रहेगी. दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ जैसे त्योहार झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश में उत्साह के साथ मनाया जाता है. इन राज्यों के बहुत सारे लोग रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में जाते है. उनका प्रयास होता है कि दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहार को अपने गृह राज्य में परिवार के साथ मनाया जाए. लेकिन त्योहारी सीजन में ट्रेन टिकट नहीं मिलने से बहुत से लोग घर नहीं पहुंच पाते. पहली बार लोगों की इन परेशानियों को देखते हुए भारतीय रेलवे ने लगभग 6000 विशेष ट्रेन चलाने का ऐलान किया है. टारगेट है कि इससे एक करोड़ से अधिक यात्रियों को त्योहारों में अपने घर जाने में सहूलियत होगी.
रेलवे चलाएगी कुल 5,975 त्योहारी विशेष ट्रेन
रेल मंत्री के मुताबिक त्योहारों के दौरान होने वाली भीड़ से निपटने के लिए 108 ट्रेनों में अतिरिक्त जनरल कोच जोड़े गए हैं और 12,500 कुल मंजूर किए गए है. रेल मंत्री के अनुसार इस साल पर्व के सीजन के लिए अब तक कुल 5,975 विशेष ट्रेन नोटिफाई की गई है. जबकि पिछले साल केवल 4,429 ही थी. रेलवे का दावा है कि इस दौरान लोगों को आने-जाने में सुविधा होगी. त्योहारों में खासकर छठ पूजा के समय तो ट्रेनों में भारी भीड़ होती है. यह त्योहार झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस पर्व की महत्ता भी बहुत होती है. खैर, अब तो यह त्योहार विदेश में भी मनाया जाने लगा है. छठ ही एक ऐसा त्योहार है, जिसमें अस्ताचलगामी सूर्य और उदी यमान सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है.
देश में रहे या विदेश में,सभी आना चाहते है घर
इस पर्व को कठिन माना जाता है. इस पर्व में परिवार का कोई भी लोग देश में रहे या विदेश में, सभी अपने परिजनों के साथ त्योहार मनाने का हर संभव प्रयास करते है. इस वजह से भारी भीड़ ट्रेनों होती है. इधर, रेल मंत्री ने यह भी कहा है कि देश में अभी 22,000 ट्रेनें चल रही है. लेकिन वेटिंग की समस्या खत्म करने के लिए आने वाले समय में 3,000 और ट्रेन चलाने की जरूरत है. सरकार इस दिशा में काम कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि 3000 ट्रेनों को चलाने की आज की जरुरत है. लेकिन अगले कुछ सालों में जब इतनी ट्रेन बढ़ जाएगी, तो उस समय रेल यात्रियों की संख्या कितनी बढ़ेगी, यह भी देखना महत्वपूर्ण होगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो