रांची(RANCHI) - सीएम हेमंत सोरेन के एक बयान से झारखंड के फार्मासिस्ट नाराज हैं. आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं. पूरे प्रदेश के फार्मासिस्ट 6 जुलाई को रांची पहुंच रहे हैं. आंदोलन को मूर्त रूप देने की तैयारी चल रही है.
जानिए क्या है नाराजगी की वजह
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन देवी 28 जून को नगरी में एक कार्यक्रम के दौरान या बयान दिया था कि पंचायतों में दवा दुकान संचालन के लिए फार्मासिस्ट की जरूरत नहीं होगी. इसकी अनिवार्यता खत्म की जाएगी. फार्मासिस्ट की कमी की वजह से बहुत सारे क्षेत्रों में दवा की दुकानें नहीं खुल पाती है क्योंकि प्रत्येक दुकान के लिए एक फार्मासिस्ट की जरूरत होती है. राज्य में उतनी संख्या में फार्मासिस्ट उपलब्ध नहीं है. अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव अमित कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री का यह बयान फार्मेसी एक्ट कब सीधा सीधी उल्लंघन है. 6 जुलाई को राजभवन के समक्ष इकट्ठा होकर दोपहर 2 बजे सभी लोग मुख्यमंत्री के इस बयान का विरोध करेंगे.