रांची(RANCHI): देश में धीरज साहू का मामला सुर्खियों में बना है. 350 करोड़ बरामद होने के बाद भी आयकर विभाग का कोई बयान नहीं आया है लेकिन भाजपा इसे मुद्दा बना कर इंडिया गठबंधन को घेरने में लगी है.झारखंड विधानसभा में भी यह मामला खूब उछल रहा है.भाजपा इस पैसे का लिंक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जोड़ कर उनसे सवाल उठा रही है. सदन के अंदर और बाहर विपक्ष का हंगामा देखने को मिल रहा है.इससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ रही है. जिससे विधायकों के सवाल इस हंगामे में दबते दिख रहे है. इसपर निर्दलीय विधायक सरयू राय ने इसे बिना वजह मुद्दा बताया है.
The News Post से बात करते हुए सरयू राय ने कहा कि सदन जब बुलाया जाता है तो जनता को उम्मीद रहती है कि उनके क्षेत्र के मुद्दे को प्रतिनिधि सदन के पटल पर रखेंगे. लेकिन जिस तरह से हंगामा किया जा रहा है इससे सदन बाधित हो रहा है,और जनता के सवाल पटल पर नहीं आ पा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा में धीरज साहू के मामले और ईडी की कार्रवाई पर सवाल मुख्यमंत्री से किया जा रहा है यह सही नहीं है. धीरज साहू के ठिकानों से पैसा मिला और इसपर आयकर विभाग से सवाल करने के बजाय मुख्यमंत्री से जवाब मांगा जा रहा है. आखिर इसका जवाब सीएम के पास ऐसे मौजूद होगा. यह एक तरह से जनहित के मुद्दे को भटकाने का एक तरीका है.
जनता के सवालों को जब विधायक सदन में लेकर पहुंचता है तो उसका निदान सदन के जरिए होना चाहिए लेकिन इस हंगामे में सब सवाल गुम होता दिख रहा है. यह जनता के हित में ठीक नहीं है.सदन जब आहूत होती है तो कई सवाल प्रतिनिधि के पास रहते है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो राज्य में अराजकता का माहौल बन जाएगा. जिसका जो मन वो करता रहेगा. मंत्री अपने मन मुताबिक राज्य को चलाने की कोशिश करने लगेंगे. विपक्ष को ऐसा करना ठीक नहीं है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे के सवाल पर सरयू राय ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने समन किया और इसपर तर्क के साथ उन्होंने ईडी को जवाब दिया.इसमें भाजपा क्यों हंगामा कर रही है यह समझ से परे है.सीएम ने सीधा हिम्मत के साथ जवाब दिया है.अगर कोई अपने घर आमंत्रण देकर बुलाता है तो कोई दबाव नहीं है कि उनके घर जाएंगे ही. अगर गलत किया है तो फिर पकड़ कर पूछताछ क्यों नहीं करती है. यह सब राज्य के लिए सही नहीं है,ऐसे मामले में मुख्यमन्त्री का इस्तीफा कहाँ से भाजपा मांग रही है.