धनबाद (DHANBAD) : पुलिस इंस्पेक्टर और दारोगा तो निलंबित होते रहते हैं लेकिन उनकी चर्चा कभी सुनी नहीं जाती. लेकिन एक ऐसे इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है, जिनकी चर्चा झारखंड के कुल 24 जिलों में हो रही है. चर्चा करने वाले अपने ढंग से इसकी चर्चा कर रहे है. पुलिस महकमे में तो इसकी विशेष चर्चा हो रही है. दरअसल, झारखंड के पूर्व डीजीपी के एनजीओ प्रभारी रहे इंस्पेक्टर गणेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है. फिलहाल वह एंटी करप्शन ब्यूरो में पदस्थापित थे. उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.
हज़ारीबाग में कार्यभार ग्रहण क्यों नहीं किया था गणेश सिंह ?
सूत्रों के अनुसार निलंबन का आदेश एडीजी एसीबी की ओर से जारी किया गया है. कहते हैं कि इंस्पेक्टर गणेश सिंह का हजारीबाग एसीबी कार्यालय में ट्रांसफर हुआ था. लेकिन उन्होंने वहां कार्यभार ग्रहण नहीं किया. इसके आधार पर उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की गई है. र्चा करने वाले तो तह भी बता रहे हैं कि नवंबर महीने में ही गणेश सिंह के खिलाफ आईआर दर्ज हुई थी. इस रिपोर्ट में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि होने की बात भी सूत्र दावा कर रहे है. सूत्रों के अनुसार आईआर रिपोर्ट की पुष्टि के बाद अब आगे की कार्रवाई की तैयारी चल रही है.
इंस्पेक्टर गणेश सिंह पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के कार्यकाल में एनजीओ प्रभारी थे
इंस्पेक्टर गणेश सिंह पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के कार्यकाल में एनजीओ प्रभारी रह चुके है. इसलिए भी यह मामला अधिक चर्चा में है. अब एसीबी आगे क्या कार्रवाई करता है. यह देखने वाली बात होती है. क्या गणेश सिंह के खिलाफ कार्रवाई में ज़िलों के पुलिस अधिकारी भी लपेटे में आएंगे, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी. क्योंकि कई जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ उनके सीधा संबंध भी बताया जाता है. धनबाद के पुलिस अधिकारी भी इससे अछूते नहीं है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
