धनबाद(DHANBAD): झारखंड में दूसरे चरण का चुनाव खत्म होने के बाद भी यह चर्चा चल रही है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरु जी का लुक सोच -समझकर धारण किया या यह सब कुछ अपने आप होता चला गया. क्या गुरु जी के इस लुक का झारखंड के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन को फायदा मिला है? क्या झारखंड के लोग हेमंत सोरेन के इस नए लुक से उनकी ओर आकर्षित हुए हैं? क्या हेमंत सोरेन को पब्लिक कनेक्ट करने में सुविधा हुई है? क्या इससे झामुमो का वोट बैंक बढ़ा है? यह सब ऐसे सवाल हैं, जो सियासी गलियारों में भी तैर रहे है.
हेमंत सोरेन के बदले रूप पर चर्चा भाजपा भी कर रही
इसकी चर्चा भाजपा के नेता भी कर रहे हैं तो आम जनता भी इस पर बातचीत कर रही है. दरअसल, हेमंत सोरेन ईडी की कार्रवाई के बाद होटवार जेल में बंद थे. और जेल से ही उन्होंने यह नया लुक अपनाया है. दरअसल, हो सकता है कि जेल में उन्होंने कुछ सोच विचार किया हो. उन्हें शिबू सोरेन के आंदोलन के दिन याद आए हो और उन्होंने लुक बदलने की सोची हो. तो क्या अब हेमंत सोरेन अपने पिता के नक्शे कदम पर चल पड़े हैं? हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन दिशोम गुरु के नाम से प्रसिद्ध है और आदिवासियों के सर्वमान्य नेता के रूप में जाने जाते है. अब हेमंत सोरेन में शिबू सोरेन का अक्स लोग देख रहे है.
नया लुक लोगों के बीच चर्चा का विषय पहले भी था और अभी भी है
क्योंकि हेमंत सोरेन का नया लुक लोगों के बीच चर्चा का विषय पहले भी था और अभी भी है. झारखंड के लोगों ने हेमंत सोरेन का यह नया लुक उनके पैतृक आवास रामगढ़ जिले के नेमरा में पहली बार देखा था. हेमंत सोरेन अपने बड़े चाचा के श्राद्ध कर्म में जेल से नेमरा गए थे और वही लोगों ने इनका नया लुक देखा था. उसके बाद तो जेल से जब वह बाहर आए, फिर भी इसी लुक में दिखे. कपड़ा भी अब वह अपने पिता की तरह पहनने लगे है. पूरा चुनाव कैंपेन उन्होंने इस लुक और पिता के ड्रेस में ही किया. 23 नवंबर का चुनाव परिणाम बताएगा कि उनके इस लुक का झारखंड के मतदाताओं पर कितना असर हुआ?
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो