धनबाद(DHANBAD): रिमोट से बिहार में बालू का धंधा करने वाले धनबाद के "धनपशु" संकट में है. एमएलसी राधाचरण सेठ, उनके बेटे, धनबाद के जगनारायण सिंह, उनके बेटे, मिथिलेश सिंह, सुरेंद्र जिंदल, बबन सिंह के बाद अगला कौन? यह सवाल धनबाद में पिछले 24 घंटे से तैर रहा है. मिथिलेश सिंह, सुरेंद्र जिंदल और बबन सिंह ने कोयले का पैसा बालू में लगाया, लेकिन "काले हीरे एवं सोना" में सामंजस्य नहीं बैठ पाया और प्रवर्तन निदेशालय के कार्रवाई की जद में आ गए. चार आरोपियों को प्रवर्तन निदेशालय ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद मिथिलेश सिंह की गिरफ्तारी हुई. यह गिरफ्तारी पटना में की गई. उसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने धनबाद में सर्च ऑपरेशन चलाया. उसके बाद दो आरोपी सुरेंद्र कुमार जिंदल एवं बबन सिंह को अरेस्ट कर लिया. इससे पहले गुरुवार को ब्रॉडसंस कंपनी के निर्देश मिथिलेश कुमार सिंह को पटना स्थित कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया.
जाँच में सहयोग नहीं करने [पर मिथिलेश सिंह हुए अरेस्ट
सूत्रों के मुताबिक उनसे अवैध खनन एवं कंपनी के काले कारोबार से जुड़े सवाल पूछे गए. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. मिथिलेश सिंह धनबाद में रहकर कोयला के बाद बालू कारोबार से जुड़े थे. सूत्र बताते हैं कि अब तक की जांच में ब्रॉडसंस कंपनी और इससे जुड़े लोगों के काले कारनामों से संबंधित कई दस्तावेज प्रवर्तन निदेशालय को मिल चुके है. इसमें बड़ी संख्या में पैसे के अवैध लेन- देन, दूसरे लोगों की काली कमाई का निवेश समेत अन्य कई तरह की गड़बड़ियों से जुड़े कागजात प्रवर्तन निदेशालय के हाथ लगे है. माना जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय आगे कई लोगों से पूछता आज कर सकती है. बिहार में बालू के अवैध खनन में 250 करोड रुपए से अधिक राजस्व की चोरी का आरोप लगाया गया है. जांच पूरी होने के बाद यह आंकड़ा बढ़ सकता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो