देवघर(DEOGHAR):किसान को अन्नदाता कहते है.हर मौसम के अनुरूप इनके द्वारा उपजाई फसल से लोग अपनी भूख मिटाते है. जो जैसी खेती करता है उसके फसल के अनुसार उनको आर्थिक लाभ होता है,लेकिन अगर इन अन्नदाता के साथ कोई ठगी कर ले तो फिर क्या होता है. इसकी पीड़ा देवघर के किसानों से जान सकते है. कर्ज़ लेकर खेती करने वाले ये किसान अब दो तरफा मार झेल रहे है. एक तो इनकी खेती नष्ट हो गयी, दूसरी कर्ज़ का सूद देना होगा. ऐसे में ये किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
दुकानदार ने ठगा, सैकड़ो किसान भुखमरी के कगार पर
देवघर का सारवां प्रखंड सब्जियों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के हज़ारों किसान सब्जी उपजा कर अपनी आय को बढ़ा रहे हैं,लेकिन दुकानदार की गलती के कारण सब्जी की खेती करने वाले किसान को काफी नुकसान हुआ है. खासकर फूलगोभी की खेती करने वाले किसानों को दुकानदार ने ऐसा बीज दिया जो घटिया किस्म का है. इस कारण इन किसानों का सैकड़ों एकड़ में लगी फूलगोभी का फसल बर्बाद हो गया है. दरअसल इन किसानो ने जो फूलगोभी की खेती की है उसमें फूल ही नही आया.सिर्फ पत्ते ही पत्ते नज़र आ रहे है. ऐसे में सैकड़ों किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
किसानों ने कर्ज लेकर की थी खेती
प्रभावित किसानो के अनुसार काफी उम्मीद के साथ उन्होंने जैसे तैसे पैसों का जुगाड़ कर या कर्ज़ लेकर फसल लगाया था लेकिन दुकानदार द्वारा उनके सारे मंसूबों पर पानी फेर दिया. किसानों को अब सरकार से क्षतिपूर्ति की उम्मीद के साथ दुकानदार द्वारा ठगी करने के दोषी पर कार्यवाई करने की मांग की है. झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के गृह क्षेत्र सारवां प्रखंड के पाचूडीह गांव के किसानों की पीड़ा को कौन सुनेगा. सारवां प्रखंड के ही एक दुकानदार से किसानों ने फूलगोभी का बीज लिया था. अब यही किसान दुकानदार के ठगी के शिकार हो गए. अब सवाल यह है कि इन पीड़ित किसानों की सुध लेने वाला कौन है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा