रांची (TNP Desk) : झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर 21 मार्च को चुनाव होगा. इसको लेकर चुनाव आयोग ने सोमवार रात अधिसूचना जारी कर दी है. जारी अधिसूचना के मुताबिक झारखंड की दो सीटों के लिए 11 मार्च तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे. नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी 12 मार्च को होगी और 14 मार्च तक नाम वापस लिए जाएंगे.
कौन होंगे उम्मीदवार
झारखंड के जिन दो राज्यसभा सीटों के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है उसके उम्मीदवार कौन होगा, वो अभी तक संस्पेस बना हुआ है. नामांकन पत्र 11 मार्च तक भरे जाएंगे. प्रत्याशी को लेकर झारखंड में बीजेपी और कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा भी ताल ठोक रहे हैं. लेकिन कहा जा रहा है कि इसी सप्ताह सस्पेंस पर से पर्दा हटा लिया जायेगा. झारखंड से दो राज्यसभा सांसद बीजेपी कोटे से समीर उरांव और कांग्रेस कोटे से धीरज प्रसाद साहू का कार्यकाल समाप्त हो गया है. खाली होने की वजह से चुनाव आयोग 21 मार्च को चुनाव कराने की घोषणा की है. बता दें कि भाजपा ने समीर उरांव को लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया है. जबकि कांग्रेस ने अभी तक किसी उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं किया है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा भी इस चुनाव की रेस में दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
रेस में सरफराज अहमद
दरअसल, गांडेय से झामुमो के पूर्व विधायक सरफराज अहमद ने करीब दो महीने पहले इस्तीफा दे दिया था. तभी से अटकलें लगायी जा रही है कि इस बार के चुनाव में झामुमो सरफराज अहमद को राज्यसभा भेज सकता है. कहा तो ये भी जा रहा है कि गांडेय के पूर्व विधायक सरफराज झामुमो और कांग्रेस का संयुक्त उम्मीदवार भी हो सकता है. क्योंकि कांग्रेस दोबारा धीरज प्रसाद साहू को राज्यसभा भेजने के मूड नहीं है. इसका कारण ये है कि अभी हाल ही में उनके ठिकानों पर आईटी की छापेमारी हुई थी, जिसमें करीब 350 करोड़ रुपए बरामद हुए थे. इससे पार्टी की काफी फजीहत हुई थी. इसी वजह से कांग्रेस धीरज प्रसाद साहू को दोबारा राज्यसभा भेजने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. ये बात और है कि धीरज साहू ने 150 करोड़ टैक्स जमा कर दिये और मीडिया को भी बताया था कि ये पैसे कांग्रेस के नहीं मेरे हैं. इसके बावजूद कांग्रेस कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है. अब देखना होगा कि झामुमो और कांग्रेस से प्रत्याशी कौन होगा.
आशा लकड़ा को प्रत्याशी बना सकती है बीजेपी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा झारखंड से इस बार आशा लकड़ा को राज्यसभा भेज सकती है. हालांकि इसकी अभी घोषणा नहीं हुई है. आपको पता है कि भाजपा हमेशा लोगों को सरप्राईज किया है. तो इस बार भी ऐसा ही लगाता है. बता दें कि बीजेपी भी झारखंड से बाहरी नेताओं को राज्यसभा भेज चुकी है. हो सकता है इसबार भी कहीं बाहरी न हो. लेकिन लोकसभा चुनाव सामने है तो पार्टी चाहेगी कि यहां से आदिवासी को ही राज्यसभा भेजा जाए. ऐसे में आशा लकड़ा का नाम रेस में सबसे आगे है. चुकि आदिवासी होने के साथ-साथ एक महिला भी है. वो पार्टी की वफादार नेता भी हैं. देश के किसी राज्य में चुनाव होता है तो पार्टी उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी देती है जिसे वो बखूबी निभाती आई हैं. वो रांची की पूर्व मेयर भी रह चुंकी हैं. वर्तमान में आशा लकड़ा पार्टी की राष्ट्रीय सचिव हैं. इसलिए पूर्व मेयर का नाम सबसे आगे चल रहा है. सूत्रों के अनुसार राज्यसभा में किसी आदिवासी चेहरे को ही उतारने का मन भाजपा ने बनाया है.
क्या झारखंड में भी होगी क्रास वोटिंग
सवाल उठाता है कि जैसे अभी हाल ही में तीन राज्यों में क्रास वोटिंग हुई, जिससे पूरे भारतीय राजनीति की किरकिरी हुई उससे अंदेशा लगाया जा रहा है कहीं झारखंड में भी क्रास वोटिंग न हो जाए. क्योंकि अगर यहां भी दो सीटों के लिए तीन उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी तो का्रस वोटिंग की संभावना बन जायेगी. कहा तो यही जा रहा है कि कांग्रेस और जेएमएम संयुक्त उम्मीदवार उतारेगी और बीजेपी एक प्रत्याशी को राज्यसभा भेजेगी. ये तो प्रत्याशी के घोषणा के दिन ही पता चलेगा. बता दें कि उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की 15 राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को हुए चुनाव में विधायकों ने कुछ ऐसा ही किया. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के 08 विधायकों ने क्रासवोटिंग की तो हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के 06 विधायकों ने ये किया तो कर्नाटक में 02 बीजेपी विधायकों ने पार्टी लाइन से अलग जाकर वोटिंग की.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने क्या कहा
इधर, अधिसूचना जारी होने के बाद झारखंड विधानसभा के प्रभारी सचिव सह निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में अधिसूचना की कॉपी को सार्वजनिक किया गया. नामांकन प्रभारी सचिव सह निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष में होगा. इसके लिए तैयारियां पूरी की गई है. राज्यसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के अनुसार नामांकन के बाद यह तय होगा कि मतदान कराया जाए या नहीं. दो से अधिक प्रत्याशी होने पर मतदान कराए जाएंगे. मतदान होने पर वोटों की गिनती भी उसी दिन होगी.