धनबाद(DHANBAD): धनबाद जिले के दो विधानसभा क्षेत्र बाघमारा और टुंडी गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में पड़ते है. बाघमारा पर अभी भाजपा का कब्जा है तो टुंडी झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास है. गिरिडीह सीट भाजपा के गठबंधन आजसू के खाते में जानी है. इसलिए भाजपा को कोई तनाव नहीं है. लेकिन पिछले दो लोकसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर लड़ने वाले टाइगर जगरनाथ महतो का निधन हो गया है. इसके बाद तो गिरिडीह से झारखंड मुक्ति मोर्चा का कौन होगा उम्मीदवार, इसको लेकर मंथन शुरू हो गया है.
पिछले दो लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में टाइगर ने एनडीए उम्मीदवार को टक्कर दी थी. इस बार जो सीट शेयरिंग का फार्मूला तय हो रहा है, उसके अनुसार गिरिडीह सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा के खाते में जा सकती है. इसलिए झारखंड मुक्ति मोर्चा भी यहां से किसी दमदार प्रत्याशी की खोज में लग गया है. यह बात तो तय है कि इस लोकसभा चुनाव में टाइगर जगरनाथ महतो की कमी पार्टी को खलेगी. गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र के ही डुमरी विधानसभा से वह विधायक थे. कुर्मी वोटरों पर उनकी अच्छी पकड़ थी. जमीन से जुड़े नेता थे. शिबू सोरेन का उन्हें पूरा आशीर्वाद था.
इधर चर्चा यह भी है कि टुंडी के विधायक अथवा गिरिडीह के विधायक पर झारखंड मुक्ति मोर्चा दाव खेल सकता है. इस पर भी मंथन शुरू हो गया है. चर्चा तो यह भी चल रही है कि एक पूर्व सांसद झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में है और हो सकता है कि वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होकर गिरिडीह से चुनाव लड़ जाएं. लेकिन अभी यह सब कयास ही है. वैसे गिरिडीह लोकसभा सीट 2004 के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा जीत नहीं पाया है. 2004 में टेक लाल महतो ने भाजपा के रविंद्र पांडे को हराकर चुनाव जीता था. उसके बाद से यह सीट भाजपा और आजसू के पास जाती रही है.
2014 के चुनाव में भाजपा के रविंद्र पांडे को 3,91,913 वोट मिले थे. जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के जगरनाथ महतो को 3 , 51,600 वोट प्राप्त हुए थे. 2019 के चुनाव में आजसू के चंद्र प्रकाश चौधरी को 6,48,277 वोट मिले थे जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के जगरनाथ महतो को 3, 99,930 वोट प्राप्त हुए थे.
इधर ,भाजपा में धनबाद और चतरा सीट होल्ड पर है. इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं. धनबाद में तो टिकट फाइनल होने की प्रतीक्षा की जा रही है. कार्यकर्ता भी उहापोह में है.कहते हैं कि उम्मीदवार के नाम का चयन होने के बाद ही चुनाव प्रचार का काम तेज होगा.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो