टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- हेमंत सोरेन के जमीन घोटाले में ईडी के शिकंजे के बाद सुर्खियों में मुख्यमंत्री के लिए उनकी वाइफ कल्पना सोरेन थी. लेकिन, अचानक तस्वीर ही बदल गयी और नाम आया जेएमएम के वरिष्ठ नेता और हेमंत सरकार में मंत्री रहे चंपई सोरेन का . सवाल है कि आखिर किसने उनके नाम का प्रस्ताव रखा औऱ क्यों रखा . चलिए इस पर से पर्दा उठाते हैं.
महुआ माजी ने किया खुलासा
झारखंड मुक्ति मोर्चा की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने बताया कि चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के लिए हेमंत सोरेन ने ही उनका नाम आगे किया था. दरअसल, माजी का कहना था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा एक पार्टी नहीं, बल्कि परिवार की तरह है. कार्यकर्ता से लेकर पार्टी से जु़ड़े लोग खुद को परिवार का सदस्य मानते हैं. इसी क्रम में हेमंत ने चंपई सोरेन का नाम इस पद के लिए प्रस्तावित कर आगे बढ़ाया. उनका मानना था कि चंपई अपनी सभी जिम्मेदारी को कुशलता पूर्वक निभा रहें हैं. वह जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे. सीएम चंपई सभी के सपने को पूरा करने के साथ अधूरे कामों को भी पूरा करेंगे. झारखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
हेमंत पार्ट टू की सरकार
आपको बता दे कथित जमीन घोटाले की जद में आने के बाद हेमंत सोरेन अभी ईडी की कस्टडी में हैं. उनसे पूछताछ चल रही है. 31 जनवरी की रात को हेमंत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद ईडी गिरफ्तार कर उन्हें ले गयी थी. इसके बाद चंपई सोरेन की सीएम के तौर पर ताजपोशी की गई . 5 तारीख को विधानसभा में चंपई सरकार ने बहुमत भी हासिल कर लिया. उनके सामने किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई . हेमंत सोरेन ने विधानसभा में दिए अपने संबोधन में भाजपा पर गरजा और बरसता था. और ललकारते हुए चुनौती दी थी कि अगर जमीन घोटाले में लगे आरोप साबित हो गये तो, राजनीति से संन्यास लें लेंगे . इतना ही नहीं झारखंड छोड़कर चले जाने की भी बात कही थी.
अब चंपई सोरेन सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होना है. इससे पहले चंपई ने सीएम बनते ही कई ताबड़तोड़ फैसले विधि व्यवस्था को लेकर लिए . उन्होंने भी विधानसभा में अपनी सरकार को हेमंत पार्ट-2 की सरकार बताया और उनके अधूरे कामों को पूरा करने की बात कही.
चंपई की इस बात से साफ-साफ जाहिर होता है कि हेमंत सोरेन के कामों को शिद्दत से आगे ले जाने वाले हैं. अपनी कमान में झारखंड को कैसे चलाते हैं और क्या-क्या अहम फैसले लेते हैं, जिससे राज्य की तस्वीर बदलती है. इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है.