चाईबासा(CHAIBASA):चाईबासा के जगन्नाथपुर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक इन दिनों अपने ही पार्टी के नेताओं से नाराज चल रहे है, क्योंकि कांग्रेस कोटे से मंत्री बने बन्ना गुप्ता अपने ही विधायकओं की बात नही सुनी जा रही है.राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बनना गुप्ता ने विधायक सोना राम सिंकु के द्वारा आयुर्वेदिक कॉलेज भवन के अधूरे कार्य को पुरा कराने से संबंधित प्रस्ताव की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं दी.जिससे विवाद चल रहा है.
डीपीआर प्रशासनिक स्वीकृति के लिए भेजा गया तो विभाग ने स्वीकृति नहीं दी
आपको बताये कि बन्ना गुप्ता और सोना राम सिंकु कांग्रेस पार्टी के ही विधायक हैं.गौरतलब है कि डेढ़ दशक से लम्बित योजनाओं को पूरा कराने का प्रयास विगत चार साल से कर रहें हैं.उक्त योजना ग्रामीण कार्य विभाग के कार्य प्रमंडल चाईबासा से विभागीय रूप से के कराया जा रहा था,लेकिन विभाग के द्वारा फंड नहीं दिए जाने से भवन का कार्य अधुरा रह गया.विधायक के अथक प्रयास के बाद जिला के डीएमएफटी फंड से उक्त भवन का अधूरा कार्य को पुरा कराने का प्रस्ताव प्रबंधकीय समिति से पारित किया गया,विभाग से एनओसी भी दिया गया, लेकिन जब उक्त अधुरे भवन को पुरा करने का प्राक्कलन यानी डीपीआर प्रशासनिक स्वीकृति के लिए भेजा गया तो एक साल से विभाग मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
क्या राम सिंकु का प्रयास को सफल होने नहीं देना चाहते हैं बन्ना गुप्ता
आपको बताये कि ऐसा लगता है की मंत्री को इस अति महत्वपूर्ण योजना पर ध्यान नहीं दे रहे है. क्योंकि, अधूरे भवन का बाउंड्री वॉल की स्वीकृति दे दी गई है,लेकिन विडंबना यह है कि इसे पूरा करने के लिए विभाग कोई ध्यान नहीं दे रही है,वही उसी जगह दो नए भवन बना दिया गया है.
रिपोर्ट-संतोष वर्मा