धनबाद(DHANBAD): घटना ऐसी कि पत्थर दिल भी पसीज जाए. किसी भी विवाद या घरेलू कलह की परिणति ऐसी होगी, यह भला कोई कैसे सोच सकता है. जिंदगी अनमोल है. जीवन में संघर्ष है, लेकिन संघर्ष से हारना भी तो कायरता है. टुंडी की घटना भी कुछ ऐसी ही है ,जो झकझोर रही है. कह रही है कि यह तुम लोगों ने क्या कर दिया प्रमिला और उर्मिला. प्रमिला तुम्हारे कदम से जन्म लेने के पहले ही बच्चे की सांसे थम गई. जीवन की डोर तुम लोगों की इतनी कमजोर थी कि जूझने के बजाय कायरता का रास्ता चुना और दोनों बहनों ने अपनी जान दे दी. इस घटना ने भी समाज के क्रूर चेहरे को सामने लाया है. इस घटना को जो भी सुन रहा, उसका कलेजा फटने लग जा रहा है. दो बहनों ने कुएं में कूद कर जान दे दी. एक विवाहित थी, दूसरी अविवाहित. विवाहिता के पेट में नन्हीं जान पल रही थी लेकिन प्रमिला की मौत के साथ नन्हीं जान की सांस भी थम गई.
दरअसल, मनियाडीह टुंडी थाना क्षेत्र के शीतलपुर कोल्हारिया गांव में मंगलवार को कुएं में मिली सगी बहनों की पानी में डूबने से मौत की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि बड़ी बहन प्रमिला के गर्भ में नन्हीं जान पल रही थी. प्रमिला की शादी देवघर में हुई थी. वह कुछ दिन पहले ही ससुराल से मायके आ गई थी. उसके बाद उसकी लाश कुएं से बरामद हुई. माना जा रहा है कि उसने पारिवारिक विवाद में आत्महत्या कर ली. हालांकि उसकी छोटी बहन उर्मिला ने भी आत्महत्या की है अथवा बड़ी बहन को बचाने के क्रम में कुएं में कूदी, इसका स्पष्ट पता नहीं चल सका है. कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रमिला और उर्मिला दोनों के शरीर में रस्सी के सहारे पत्थर बंधे थे. इससे ऐसा लगता है कि दोनों ने साथ-साथ अपने जीवन लीला समाप्त करने का मन बना लिया था.
मृतक बहनों के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. पिता और भाई मजदूरी करते है. घर में दादी व मां रहती है. लेकिन जिस समय दोनों बहनों ने रविवार को घर छोड़ा, उस वक्त घर पर कोई नहीं था. मौत की सूचना प्रमिला के पति को दी गई, परंतु उसने आने से इनकार कर दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से प्रथम दृष्टि में मामला आत्महत्या का लग रहा है. पिता के बयान पर यूडी केस दर्ज कर लिया गया है. परिजनों ने थाना में किसी पर आरोप भी नहीं लगाया है. खतियानी नेता जयराम महतो भी बुधवार को पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और घटना के संबंध में जानकारी ली. न्होंने अधिकारियों से मिल परिवार को नियमानुसार मुआवजा और अन्य सरकारी सुविधा दिलाने का आग्रह किया.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो