धनबाद(DHANBAD): हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री है. लेकिन एक बच्चे के प्यार और उनके प्रति सहानुभूति ने शुक्रवार को उनकी आँखों में आंसू भर दिए. बच्चे का समर्पण देख और सुनकर उनकी आंखें छलछला गई. इस बच्चे ने हेमंत सोरेन के प्रति जो सहानुभूति दिखाई ,उसके प्रतिउत्तर में मुख्यमंत्री के पास कोई शब्द नहीं थे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाव बिह्वल हो उठे. बच्चे के जज्बे को सलाम किया और उसके आगे अपनी आशीर्वाद की झोली खाली कर दी. दरअसल, आज मुख्यमंत्री के पास गुमला से एक बच्चा अपनी मां के साथ पहुंचा था. वह कोई न्याय मांगने नहीं आया था, ना कोई मदद मांगने आया था बल्कि हेमंत सोरेन को कुछ देने के लिए आया था.
उसके पास जो कुछ भी था, उसने मुख्यमंत्री को सौंप दिया. बच्चों ने मुख्यमंत्री को अपना गुल्लक भेंट किया, जिसमें सिक्के भरे हुए थे. जब मुख्यमंत्री ने गुल्लक भेंट करने का कारण जानना चाहा तो मां ने बताया कि उनका बेटा उनकी जेल से रिहाई के लिए 6 महीने से पैसा जमा कर रहा था. उसे आपसे मिलाने की इच्छा थी. यह सुन मुख्यमंत्री की आंखें भर आई. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को कांके रोड स्थित सीएम आवास में लोगों की शिकायतें सुनते हैं और निपटारा करते है. शुक्रवार को उनके इसी कार्यक्रम में शांति लकड़ा और उनका 5 वर्षीय पुत्र अंश आए थे. वह गुमला के गांव से पहुंचे थे.
बच्चा अंश ने जब मुख्यमंत्री को गुल्लक भेंट की तो हैरत में पड़ गए. उसके बाद उसकी मां ने पूरी कहानी बताई. मां ने कहा कि जब से वह सुना कि आप जेल गए हैं, तब से वह बहुत आहत था. उसी दिन से अपने जेब खर्च के पैसों में से कुछ बचाकर गुल्लक में जमा करने लगा. वह कहता था कि इन पैसों की मदद से मुख्यमंत्री जेल से छूट सकते है. माँ ने बताया कि उसे जैसे ही आपके जेल से बाहर आने की सूचना मिली, खुश हुआ था. उसी दिन से उसके मन में मुलाकात करने की इच्छा थी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 31 जनवरी 2024 को जेल गए थे. जेल जाने के पूर्व उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. पांच महीना के बाद जमानत पर छूटने के बाद वह फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री बन गए है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो