धनबाद(DHANBAD): झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे धनबाद में है. झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला कमेटी के विवाद को सुलझाने धनबाद पहुंचे है. साथ ही साथ 4 फरवरी को धनबाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा के अधिवेशन को ऐतिहासिक बनाने के लिए कार्यकर्ताओं और नेताओं में जान फूंकने के लिए भी धनबाद पहुंचे है. धनबाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा का विवाद बढ़ने के बाद जिला कमेटी को ही भंग कर दिया गया था. 29 नवंबर को भंग करने का आदेश निर्गत किया गया था. उसके बाद एक संयोजक मंडली बनाई गई है. यह मंडली अभी धनबाद में काम कर रही है. इस बीच जिला अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी रस्साकशी तेज है. सत्ता में अभी झारखंड मुक्ति मोर्चा है. झारखंड में गठबंधन की सरकार चल रही है.
प्रतिद्वंदिता कोई ख़राब बात नहीं ,सब प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ते है
ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग अब तक के संघर्ष का फल पाना चाहते है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे से सोमवार को The Newspost की टीम ने बात की. उनके धनबाद पहुंचने का प्रयोजन जाना. विनोद पांडे ने कहा कि धनबाद जिले में पार्टी में कोई मनमुटाव नहीं है बल्कि पद और प्रतिष्ठा के लिए प्रतिद्वंदिता है. यह प्रतिद्वंदिता कोई खराब बात नहीं है. इससे स्पष्ट होता है कि पार्टी में मजबूती आई है और लोग पद और प्रतिष्ठा पाने के लिए एक दूसरे के प्रतिस्पर्धी बने हुए है. उन्होंने कहा कि धनबाद जिले में जिला कमेटी को नए ढग से बनाने का काम चल रहा है. थोड़ा बहुत विवाद तो घर परिवार में भी होता है. जब बहुत बड़ा परिवार होता है तो विवाद होता है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि विवाद से पार्टी को कोई नुकसान हो जाएगा.
धनबाद में ही झारखंड मुक्ति मोर्चा का जन्म हुआ था.
धनबाद में ही झारखंड मुक्ति मोर्चा का जन्म हुआ था. यहां पार्टी के संगठन को और मजबूत करने के लिए लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए धनबाद में पार्टी की ओर से लगातार काम किए जा रहे है. जमीन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की लोकप्रियता बढ़ी हुई है. लोगों को पार्टी से काफी उम्मीद और भरोसा है. चुनाव के पहले पार्टी ने संकल्प पत्र जारी किया था और उन संकल्पों को पूरा करने की दिशा में झारखंड मुक्ति मोर्चा लगातार आगे बढ़ रहा है. विनोद पांडे ने कहा कि इस बार धनबाद में 4 फरवरी का कार्यक्रम ऐतिहासिक होगा. हर साल 4 फरवरी को झारखंड मुक्ति मोर्चा का स्थापना दिवस धनबाद में मनाया जाता है. पहले दुमका में नहीं मनाया जाता था लेकिन बाद में इसे दुमका में भी शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस को लेकर कार्यकर्ता उत्साहित है और धनबाद की स्थापना दिवस समारोह से हम पूरे देश को एक संदेश देना चाहेंगे कि तमाम विपरीत परिस्थितियों से लड़ते हुए पार्टी लगातार मजबूत हो रही है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद