गुमला(GUMLA) : गुमला जिला मुख्यालय में स्थित साप्ताहिक बाजार हाट की स्थिति इन दिनों लगातार दयनीय होती जा रही है. हल्की बारिश के बाद पूरी तरह से यह इलाका कीचड़ में तब्दील हो जाता है. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी होती है. बावजूद इसके इस मामले को लेकर कोई प्रशासनिक पदाधिकारी न कुछ करना चाहता है और न ही कुछ बोलना भी चाहता है. हालत यह है कि इस बदहाल स्तिथि में भी लोग मजबूरी में यहां आकर बाजार लगाने को मजबूर हैं. आज सरकार की ओर से दावा किया जाता है कि वह गांव के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचा रहे हैं. लेकिन अगर इसकी जमीनी हकीकत जाननी है तो आपको बहुत मेहनत करने की आवश्यकता नहीं है, बस जिला मुख्यालय में टावर चौक के महज कुछ दूरी पर स्तिथ बाजार का दौरा कर लें. सूबे की हेमंत सरकार के दावे की जमीनी हकीकत नजर आ जायेगी.
हल्की बारिश के बाद यहां हो जाता है चलना भी मुश्किल
बता दें कि, इस स्थान पर सप्ताह में दो दिन बाजार लगता है. जहां हजारों की संख्या में लोग आते हैं. लेकिन यहां इतनी गंदगी है कि आपको शब्दों में बयां भी नहीं किया जा सकता है. हल्की बारिश के बाद यहां चलना मुश्किल हो जाता है. उस बीच गरीब यहां बैठकर सब्जी बेचते हैं और लोग खरीदने के लिए भी काफी संख्या में आते हैं. कहा गया है कि पेट की आग के सामने हर समस्या छोटी हो जाती है कुछ ऐसा ही यहां देखकर लगता है. इस पूरे मामले पर जिला का कोई पदाधिकारी कुछ भी नहीं बोलना चाहता है. गुमला को जिला बने हुए 40 साल से अधिक का समय बीत गया है लेकिन जमीनी हकीकत क्या है इसका जायजा हमारे द्वारा ली गयी तस्वीरों में देखा जा सकता है. जिसके बाद एक ही बात कही जा सकती है कि कब बदलेगी गुमला बाजार की तस्वीर.
बारिश में बन जाएगा महामारी का केंद्र
गुमला जिला मुख्यालय में स्थित इस बाजार है की स्थिति को देखकर स्पष्ट कहा जा सकता है कि जिले के अन्य इलाकों में कैसी स्थिति होगी. ऐसे में सरकार और प्रशासन कि ओर से वादा किए जाते हैं, वह कितने खोखले हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है. स्थानीय लोगों ने स्पष्ट कहा है कि जिस तरह का माहौल है वैसे में जैसे ही बारिश और तेजी से होगी यह इलाका पूरी तरह से महामारी का केंद्र बन जाएगा. क्योंकि दूसरा कोई विकल्प नहीं होने के कारण यहीं पर लोग बाजार के लिए आएंगे जिनकी स्थिति देखकर आप आकलन कर सकते हैं कि यहां की स्थिति और दिन पर दिन और भयावह हो जाएगी. स्थानीय लोगों ने स्पष्ट कहा है कि सरकार की ओर से कोई ध्यान नहीं दिए जाने के कारण इसकी स्थिति और भी दयनीय होती जा रही है.
रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह/गुमला