रांची- 60-40 की नियोजन नीति को लेकर झारखंड में बवाल थमता दिख नहीं रहा है. संताल परगना से लेकर राजधानी रांची में आन्दोलन को लेकर रणनीतियां बनायी जा रही है, इस आन्दोलन को झारखंड के अलग अलग छात्र संगठनों का समर्थन भी मिलता दिख रहा है. संताल बंद के बाद अब छात्रों ने पूरे झारखंड को बंद करने की रणनीति बनायी है. आर्थिक नाकेबंदी पर भी विचार किया जा रहा है.
ऑक्सीजन पार्क में छात्रों की बैठक
राजधानी रांची के ऑक्सीजन पार्क में छात्रों की एक बैठक में 8 अप्रैल को सीएम आवास का घेराव और 10 अप्रैल को झारखंड बंद करने का निर्णय लिया गया है. छात्र नेता देवेन्द्र नाथ महतो ने कहा है कि इस नियोजन नीति के खिलाफ छात्रों में काफी आक्रोश है. राज्य के छात्र त्राहिमाम है, इस सरकार ने छात्रों के साथ वादाखिलाफी को अंजाम दिया है, छात्रों की ओर से सरकार तक अपनी पीड़ा पुहंचाने की हर कोशिश की गयी, लेकिन हर बार छात्रों को सिर्फ और सिर्फ लाठियां ही मिली. बावजूद इसके हम अभी भी सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं. सरकार इस नियोजन नीति को वापस ले और स्थानीयता के आधार पर नियोजन नीति का निर्माण करे. उसके बाद ही रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया को शुरु किया जाय.
अब किसी के झांसे में नहीं आयेंगे छात्र
जबकि छात्र नेता मनोज यादव ने कहा कि छात्र अब किसी के झांसे में नहीं आने वाला हैं. हम सड़क पर अपनी आवाज़ को बुलंद करते रहेंगे. छात्र नेता इमाम शफी ने कहा कि हेमंत सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. लेकिन छात्र भी अब आर पार की लड़ाई के लिये तैयार है, देखना है कितना दम पुलिस की लाठी और गोली में है.