धनबाद(DHANBAD): तो क्या प्रिंस खान गैंग "स्लीपर सेल" विकास सिंह और कथित मेजर नसीम की गिरफ्तारी के बाद धनबाद में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में था ?क्या एटीएस के चंगुल से बच गए अपराधियों ने ही शनिवार को बैंक मोड में फायरिंग की है? क्या फायरिंग करने वाले प्रिंस खान गैंग के लोकल लिंक है?घटना को करने के बाद उन्हे धरती तो नही निगल गई होगी?क्या तंत्र बिल्कुल फेल हो गया है?यह सब ऐसे सवाल हैं जो हवा में तैर रहे हैं .
पुलिस जांच के क्रम में कई कड़ियों को जोड़ कर देख रही
इधर, पुलिस जांच के क्रम में कई कड़ियों को जोड़ रही है .जांच के एंगल की हर दिशा को खोल दिया है. हर छोटी छोटी सूचनाओं की तहकीकात में पुलिस जुट गई है. शनिवार को मैथन और बंगाल से अपराधियो की गिरफ्तारी होती है और उसके कुछ ही घंटे बाद धनबाद के बैंक मोड में फायरिंग कर दी जाती है. इससे इस बात को तो बल मिलता ही है कि योजना फूल प्रूफ थी. जब गैंग्स को लगा उसके शूटर पुलिस के पकड़ में आ गए हैं तो दहशत का रिन्यूअल उनके लिए जरूरी हो गया था क्या? शनिवार को फायरिंग के बाद भी किसी को धमकी भरा कॉल आया है क्या? हालाकि इन बातों की जांच तो पुलिस कर रही होगी.
विकास सिंह से पुलिस को मिली कई जानकारी
इधर ,सूचना यह भी है कि जांच में लगी पुलिस नसीम और विकास सिंह से भी इस इस घटना में शामिल अपराधियों की जानकारी ली है. वैसे विकास सिंह को दो दिनों की डिमांड पूरी होने पर गोविंदपुर पुलिस ने कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया है. विकास सिंह से पुलिस को कई जानकारी मिली है. गिरफ्तारी के समय विकास सिंह ने जो बताया था ,रिमांड पर उससे कुछ अधिक जानकारी दी है अथवा नहीं, इसका ठोस खुलासा नहीं हो पाया है.
विकास सिंह ने पुलिस को दी जानकारी
गोविंदपुर पुलिस ने रतनपुर के होटल पर बमबाजी के मामले में विकास सिंह को रिमांड पर लिया था.सूत्र बताते हैं कि रिमांड पर पूछताछ में विकास सिंह ने पुलिस को बताया है कि जेल जाने से पहले उसकी बात प्रिंस खान से होती थी, लेकिन जेल जाने के बाद बातचीत नहीं हो रही है.बहरहाल प्रिंस खान गैंग ने अब तो धनबाद के साथ साथ झारखंड पुलिस की चूले हिला कर रख दी है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो