गिरिडीह(GIRIDIH): सरस्वती पूजा विसर्जन के दौरान दो गुटों में जमकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्साए लोगों ने तीन बाइक में आग लगा दी. मामले की जानकारी मिलते ही गिरिडीह की जमुआ थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची. घटनास्थल पर पहुंच कर दोनों गुट के लोगों को पुलिस ने समझाने का प्रयास किया. लेकिन एक गुट के लोग प्रतिमा लेकर चलने को तैयार नहीं हुए. जिसके बाद जमुआ थाना पुलिस फिर अपनी सुरक्षा में विसर्जन के लिए प्रतिमा को लेकर लोगों के साथ बढ़ी.
यह मामला बीती रात जमुआ थाना इलाके के बड़कीटांड़ गांव का है. जहां सिरसिया गांव के संजय वर्मा समेत अन्य लोग कुछ युवतियों के साथ प्रतिमा लेकर जा रहे थे. इस दौरान वे जब बड़कीटांड़ गांव पहुंचे तो इसी गांव के नालों हाजरा, सातों हाजरा, उपेंद्र हाजरा समेत करीब दर्जन भर लोगों ने प्रतिमा लेकर जा रहे संजय वर्मा के गुट का विरोध कर दिया. विरोध देखते ही देखते हिंसक हो गया.
इधर, एक गुट के संजय वर्मा समेत सिरसिया गांव के अन्य ग्रामीणों ने नालों हाजरा समेत करीब दर्जन भर लोगों के खिलाफ जमुआ थाना में आवेदन दिया. आवेदन में आरोप लगाया गया कि प्रतिमा विसर्जन के लिए गांव से गुजरने के दौरान विसर्जन यात्रा में शामिल लड़कियों के साथ सातो हाजरा, नालों हाजरा समेत करीब दर्जन भर लोगों ने छेड़खानी की. जब शोभा यात्रा में शामिल लोगों ने इसका विरोध किया तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान दोनों ओर से लाठी डंडे चले.
ऐसे में हंगामा इतना बढ़ गया कि दूसरे गुट ने वहां खड़े एक बाइक में आग लगा दी जबकि चर्चा तीन बाइक में आग लगाने की है. लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. फिलहाल, जमुआ थाना पुलिस मामले को कुछ और बताकर कैमरे के सामने बयान देने से बच रही है. थाना प्रभारी मणिकांत की मानें तो मामला चोरी से जुड़ा हुआ है.
रिपोर्ट: दिनेश कुमार