गुमला(GUMLA):- गुमला जिले में कोयल नदी के किनारे स्थित मुर्गू गांव का चिरैया नाथ धाम इन दिनों काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. चिरैया नाथ धाम में भव्य मंदिर बनाया जा रहा है. ग्रामीणों के अनुसार यहां रामायण काल से ही शिवलिंग है और पूजा की जा रही है. इस बारे में जब पुजारी श्रीकांत गिरी से बात की गई. तो उन्होंने बताया कि रामायण काल में जब भगवान राम लंका जाने के लिए समुद्र में पुल निर्माण कर रहे थे. उस समय वानर सेना के द्वारा दुनिया भर से पत्थर लाया जा रहा था. उसी समय बजरंगबली दारी पहाड़ से एक बड़ा सा चट्टान लेकर जा रहे थे. ऐसे उन्हें सूचना मिली कि पुल का निर्माण हो चुका है. तो उन्होंने इसी स्थान पर चट्टान को रख दिया था तब चट्टान ने कहा कि भगवान अब मेरा क्या औचित्य है इस स्थान पर? तब बजरंगबली ने खांभीया गांव से शिवलिंग काट कर लाया और इस जगह पर स्थापित किया. तब से यहां पूजा पाठ हो रही है कालांतर में रातू महाराजा ने भी यहां एक छोटा सा मंदिर बनवाया था.
रामायण काल के धरोहर को सवारने का कर रहे है काम
जब मंदिर के संरक्षक ओम प्रकाश पाठक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब पूरे देश में राम मंदिर बनाने की चर्चा हो रही थी तो सभी ग्रामीणों को विचार आया कि रामायण काल के हमारे गांव में स्थित इस धरोहर का भी पूर्णनिर्माण किया जाना चाहिए और एक मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए ताकि लोग पूजा पाठ के अलावा सामाजिक कार्य तथा सामूहिक विवाह इत्यादि कार्यक्रम भी किया जा सके. मंदिर के संरक्षक विनोद आनंद पाठक ने बताया कि पहले रातू महाराजा के द्वारा चिरैया नाथ धाम में एक छोटा सा मंदिर बनवाया गया था लेकिन समय के साथ और मंदिर भी पौराणिक अवस्था में पहुंच गया था. ऐसे में यहां एक भव्य मंदिर का निर्माण के लिए गांव वालों ने आपसी सहमति और आपसी सहयोग के साथ मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया. एक भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है जिसमें 15 / 15 का एक मनमोहन गर्भ गृह बनाया जाएगा. रामायण काल के इस धरोहर को सजाने संवारने के लिए पूरे गांव वाले तत्पर हैं.
जल्द ही भव्य मंदिर बनकर होगा तैयार
मुर्गू के उप मुखिया सिकंदर उरांव ने बताया कि हमारे यहां लोग आंजन धाम, पंपापुर, टांगीनाथ इत्यादि को तो जानते हैं लेकिन चिरैया नाथ धाम को लोग नहीं जानते हैं. जबकि यह भी रामायण काल की धरोहर है. अभी मंदिर का पुनिर्माण हो रहा है इससे ग्रामीण काफी उत्साहित है जल्द ही यहां एक भव्य मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी होती है।समिति के कोषाध्यक्ष ब्रजेश कुमार चौधरी ने बताया कि जब से मंदिर निर्माण के लिए समिति बनाई गई है तब से लगातार गांव के ग्रामीण के साथ-साथ दूर-दूर से लोग इस निर्माण कार्य में सहयोग दे रहे हैं.कोई पैसे से सहायता कर रहा है,कोई श्रमदान से,कोई निर्माण के लिए मैटेरियल दे रहा है, जिस कारण से तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है।समिति के अध्यक्ष मदन सिंह ने बताया कि मंदिर निर्माण का विचार आते ही ग्रामीणों के द्वारा सबसे पहले कमेटी का निर्माण किया गया था और आपसे सहयोग से मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ. जब से निर्माण कार्य आरंभ हुआ है तब से गांव वालों और गांव से बाहर के भी लोगों के द्वारा लगातार सहायता किया जा रहा है. जिसके कारण तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है और बहुत जल्द ही चिरैया नाथ धाम में एक भव्य मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा.
रातू महाराज ने कराया था मंदिर का निर्माण
गुमला जिले के सिसई प्रखंड में रामायण काल का एक धरोहर पाया जाना काफी महत्वपूर्ण है. ग्रामीणों ने बताया कि रामायण काल में जब लंका के लिए पुल निर्माण किया जा रहा था उसे समय हनुमान जी के द्वारा दारी पहाड़ से विशाल चट्टान को उठाकर ले जाया जा रहा था. लेकिन निर्माण कार्य पूरा हो जाने के कारण उन्होंने रास्ते में ही इसे रख दिया और खंभीया गांव से एक शिवलिंग लाकर स्थापित कर दिया. तब से यहां लगातार पूजा पाठ हो रहा है. यहां रातु महाराज ने भी एक मंदिर का निर्माण कराया था. अब ग्रामीण आपसे सहयोग से यहां एक भव्य मंदिर का निर्माण कर रहे हैं. ताकि पूरी दुनिया रामायण काल के इस धरोहर को देख सके और जान सके ग्रामीणों में इसको लेकर काफी उत्साह है और जल्द ही एक भव्य मंदिर के तैयार हो जाने की उम्मीद की जा रही है
रिपोर्ट सुशील कुमार सिंह