गिरिडीह (GIRIDIH) : प्रदूषण देश में एक बड़ी समस्या है. भले ही प्रदूषण को लेकर आए दिन जागरूकता फैलाई जा रही है मगर इसका कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. कई राज्यों और शहरों में प्रदूषण इस कदर बढ़ गया है कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. यही हाल झारखंड के गिरिडीह शहर का भी है जहां प्रदूषण से परेशान लोग अब प्रदर्शन करने पर उतर गए हैं. जी हां गिरिडीह में प्रदूषण के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन चल रहा है. औधोगिक क्षेत्र के चतरो गादी श्रीरामपुर में अवस्थित बालमुकुंद स्पंज आयरन फैक्ट्री से लगातार फैलाई जा रही प्रदूषण के खिलाफ आज गादी श्रीरामपुर पंचायत की मुखिया कंचन देवी, मुखिया प्रतिनिधि सुनील सिंह, पंचायत समिति सदस्य शुभांकर कुमार, अनिल राय, उपमुखिया रंजीत राय, वार्ड सदस्य कालीचरन सोरेन के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकत्रित हुए और एक दिवसीय धरना - प्रदर्शन कर रहें है.
फैक्ट्री से निकल रहा है प्रदूषण
इस प्रदर्शन को लेकर जब ग्रामीणों से बात की गई तो उनका कहना है कि फैक्ट्री से लगातार बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैलाया जा रहा है जिससे आस - पास के कई गावं के लोग प्रदूषण के कारण बीमार पड़ रहे है, इतना ही नहीं इसका इतना बुरा असर पड़ रहा है कि गांव के कई बच्चे अपंग पैदा हो रहे है. बालमुकुंद स्पंज आयरन फैक्ट्री से वृहद रूप से प्रदूषण फैलाया जा रहा है.
अपंग बच्चों का हो रहा है जन्म
प्रदूषण के कारण इस क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ पशु - पक्षी जानवर का भी इलाके में रहना दूभर हो गया है, प्रदूषण प्रभावित क्षेत्र में अपंग बच्चे पैदा हो रहे है. लोगों मे श्वास एवं आँख कि बिमारी आम हो गयी है. कई लोग अज्ञात बिमारी की चपेट में आ रहे है, तालाब खत्म हो चुके है, जंगल भी खत्म होने के कागर पर है. जानवरों के चारा के लिए घास तक नहीं उग रहे हैं, जानवरों का असमय मृत्यु तक हो रही है. स्थानीय पर्यटक क्षेत्र वाटर फॉल का अस्तित्व खतरे में है. पूरा क्षेत्र डस्ट से भरा हुआ है. प्रदूषण के कारण जल, जंगल, जमीन कि स्थिति बहुत ही दयनीय हो चुकी है. कहा कि अगर जल्द से जल्द इसपर रोक नहीं लगाया गया तो आने वाले दिनों में फैक्ट्री के बाहर आमरण अनशन तक किया जाएगा.