रांची (RANCHI): उत्तरकाशी टनल में फंसे झारखंड के 15 मजदूर वापस झारखंड की माटी में लौट गए हैं. रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर रात के करीब 9:00 बजे सभी मजदूरों रांची पहुंचे. जहां उनका स्वागत सभी राजनीतिक दल के नेताओं और प्रशासनिक महकमे ने किया. सभी मजदूरों का स्वागत ढोल नगाड़ों के साथ किया गया. इस दौरान एयरपोर्ट परिसर में मजदूरों के परिवार भी मौजूद थे, बता दे कि मजदूरों के परिजनों ने जैसे ही अपने परिवार के सदस्यों को फ्लाइट से सही सलामत उतरते देखा सभी की आंखें खुशी से नाम थी.
फिलहाल सभी मजदूर और उनके परिजनों को सीएम हाउस ले जाया गया. जहां सीम परिवार के सभी सदस्यों से मुलाकात करेंगे और उनका हाल-चाल जानेंगे.
उत्तरकाशी (उत्तराखंड) के निर्माणाधीन टनल में 17 दिनों तक जिंदगी से लड़ने के बाद कुल 41 मजदूरों को बाहर निकाला गया इसमें झारखंड के 15 को भी दूसरी जिंदगी मिली थी. इनमें पूर्वी सिंहभूम छह मजदूर इनमें माणिकपुर गांव के रवींद्र नायक, रंजीत लोहार, गुणाधर नायक, बांकीशोल गांव के समीर नायक, बाहदा गांव के भक्तू मुर्मू और डुमरिया मुख्यालय के टिंकू सरदार शामिल हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर के महादेव नायक, रांची के अनिल बेदिया समेत तीन, खूंटी के तीन और गिरिडीह जिले के बिरनी के विश्वजीत वर्मा समेत दो मजदूर शामिल हैं.