रांची(RANCHI): सदन के सत्र के बीच हेमंत सरकार के द्वारा राज्य की नियोजन नीति को कैबिनेट की बैठक बुलाकर मंजूरी प्रदान करने पर सदन के अन्दर विपक्ष काफी हमलावर है. सदस्यों के द्वारा मचाये जा रहे शोर-शराबे के बीच विधान सभा अध्यक्ष रविन्द्रनाथ महतो ने सदस्यों से सदन के सुचारु संचालन में सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि यह विषय सरकार से जुड़ा है, यह आसन का सवाल नहीं है, इसका जवाब तो सरकार के पास है.
विपक्ष को मिला सत्ता पक्ष का साथ
यहां बता दें कि विधान सभा के अन्दर यह मामला इतना गंभीर हो चुका है कि विपक्ष को सत्ता पक्ष का भी सहयोग मिलता नजर आया. झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने इसे सदन की अवमानना करार दिया है. उन्होंने कहा कि सदन के सत्र के बीच राज्य सरकार के द्वारा नियोजन नीति जैसे महत्वपूर्ण और नीतिगत निर्णय पर कैबिनेट की बैठक से सदन की मर्यादा भंग हुई है. राज्य की जनता यह जानना चाहती है कि नयी नियोजन नीति में क्या है?
बाबूलाल ने साधा सरकार पर निशाना
इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी सरकार को अपने निशाने पर लिया था, उन्होंने कहा था कि नयी नियोजन नीति को लेकर सदन में कोई चर्चा नहीं हो रही है, सदस्यों को कोई जानाकारी उपलब्ध नहीं करवायी जा रही है, सदस्यों को अखबारों के माध्यम कई जानकारियां मिल रही है. लेकिन इससे मामला सुलझने के बजाय और उलझता जा रहा है, सरकार को इस मामले में अपना रुख साफ करना चाहिए.
मंत्री आलमगीर का जवाब
हालांकि मामला बढ़ता देख कर मंत्री आलमगीर सामने आये और हंगामा बरपाते सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सरकार इस मुद्दे पर 13 मार्च को सदन के पटल पर अपना जवाब पेश करेगी. लेकिन इसके बावजूद सदस्यों की नाराजगी बनी रही.