रांची (RANCHI): झारखंड में अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने की बात सरकार और स्वास्थ्य विभाग करती है. बावजूद यह सुविधाएं अंतिम व्यक्ति तक कितनी पहुंच रही है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोहरदगा निवासी झारखंड राज्य खेल प्रोत्साहन सोसाइटी, होटवार (JSSPS) की एक प्रशिक्षु एथलीट कैडेट अंजली उरांव का रविवार की सुबह निधन हो गया. गौरतलब है कि रविवार की सुबह अंजलि को अचानक से उल्टी हुई और तबीयत बिगड़ने पर पहले उसे सीसीएल गांधीनगर अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश की गई, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही अंजलि की सांसें थम चुकी थी और गांधीनगर के डॉक्टरों ने अंजलि को मृत घोषित कर दिया.फिर रांची के रिम्स अस्पताल में मृतक अंजली का शव पोस्टमार्टम के लिए घंटो पड़ा रहा.
खेल प्रशासन के इस रवैये से छात्र गुस्से में है. अंजलि की मौत के बाद बड़ी संख्या में खिलाड़ी रिम्स पहुँचे है और हंगामा जारी है. माहौल को देखते हुए भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है.पुलिस प्रशासन से जुड़े अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं.
जानकारों की मानें तो पिछले 1 महीने से JSSPS के लगभग 4 दर्जन कैडेट बीमार चल रहे थे, पहले इनका इलाज सीसीएल के गांधीनगर अस्पताल में होता था और दवाई भी वहीं से एक दुकान से खरीदी जाती थी, लेकिन विभाग की एक महिला अधिकारी ने कटमनी के चक्कर में दुकान अपनी इच्छानुसार बदल कर अपर बाजार कर दिया, मालूम हो कि अधिकारी के निर्देश पर एक वार्डन दवा दुकान जाता है जहां से दवाइयां लाकर कैडेट को देता है और इस लंबी प्रक्रिया में दो से 4 दिनों का समय लगता है.