TNP DESK: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश किया. इस बजट के दौरान उन्होंने मुद्रा लोन लेने वालों के लिए महत्वपूर्ण एलान किया है. उन्होंने बताया कि लोन की सीमा को 10 से बढ़ाकर 20 लाख कर दी गई है. मुद्रा लोन लेने वालों के लिए ये समाचार बहुत खुशी की बात है, हालांकि इसके लिए सरकार ने कुछ शर्तें लगाई हैं.
कौन लोग ले सकते है इसका लाभ
10 लाख रुपये का मुद्रा लोन की सीमा बढ़ गई है और इससे काफी लोगों को खुशी हुई है, लेकिन ध्यान दें कि इसके लिए कुछ शर्तें भी हैं. निर्मला सीतारमण ने इसकी घोषणा करते समय बताया कि जिन लोगों ने पहले लोन लिया था और उसका भुगतान कर दिया है, वह अब भी इस लोन के पात्र होंगे. मुद्रा लोन सरकारी ऋण योजना है और इसके अंतर्गत 3 श्रेणियों में लोन दिया जाता है. छोटे कैटेगरी में 50 हजार तक का लोन मिलता है, किशोर कैटेगरी में 50 हजार से 5 लाख तक का लोन दिया जाता है, तथा तरुण कैटेगरी में 5 लाख से 10 लाख तक का लोन मिलता था.
कितने लोगों को मिल चुका है लाभ
मुद्रा योजना के अंतर्गत अब तक 27.75 लाख करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया है. इस योजना से अब तक 47 करोड़ से अधिक छोटे और बड़े व्यापारियों को लाभ पहुंचा है. वित्त मंत्रालय की जानकारी के मुताबिक, पीएमएमवाई के तहत स्वीकृत कुल 44.46 करोड़ रुपये के ऋण में से 30.64 करोड़ (69%) महिलाओं को स्वीकृत किया गया है.
कब शुरू हुई थी ये स्कीम
समाज में कई लोग ऐसे हैं जो व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए लोन लेते हैं. लोन के माध्यम से पिछड़े वर्ग अपने कारोबार में उन्नति कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का उद्देश्य 8 अप्रैल 2015 को सृजनात्मक गतिविधियों के लिए छोटे व्यवसायों को आसानी से लोन प्रदान करना था. महिलाओं और एससी/एसटी को बढ़ावा देने के लिए साल 2016 में SUPI योजना की शुरुआत हुई थी जिसमें ग्रीन फील्ड उद्यानों के लिए भी लोन प्रदान किया गया था. इन योजनाओं से महिलाएं व्यवसाय में उन्नति कर रही हैं और उनका सशक्तिकरण हो रहा है.