जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में विभिन्न राज्यों के कुल 102 परीक्षार्थियों के से प्रधानमंत्री बात करेंगे, इसके लिए प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में झारखंड के सिर्फ दो छात्राओं का सेलेक्शन हुआ है. जमशेदपुर के टाटा वर्कर्स यूनियन प्लस टू उच्च विद्यालय कदमा की दो छात्रा सरोजिनी सोना और नंदनी राज सिंह का चयन हुआ है. दोनों इस साल मैट्रिक की परीक्षा देगी. वहीं स्कूल की शिक्षिका शिप्रा मिश्रा के साथ दोनों छात्राएं दिल्ली पहुंच चुकी है.
बच्चों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करना ही मुख्य उद्देश्य
बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत 2018 वर्ष से की थी कार्यक्रम का उद्देश्य किस तरह बच्चों को परीक्षा से तनाव मुक्त करने का होता है साथ ही साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पर चर्चा के दौरान छात्र छात्राओं के साथ शिक्षक और अभिभावकों से भी रूबरू होते हैं और किस तरह बच्चों को परीक्षा के समय उनकी बातों को भी समझ कर उन्हें भी कई सुझाव देते है, जहां एक तरफ छात्र छात्राओं से परीक्षा के समय उनकी परेशानी सुनी जाती है तो वहीं शिक्षक और अभिभावकों से भी प्रधानमंत्री बच्चों की परेशानी और सुझाव लेकर एक दूसरे को समस्याओं से निजात दिलवाया जाता है .
परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में शामिल होने वाली दो छात्राओं में काफी खुशी देखने को मिल रही है उनका कहना है कि झारखंड से हम दो छात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के इस कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और यहां आकर जो हमारी परीक्षा को लेकर तनाव है वह कहीं ना कहीं खत्म होती दिख रही है क्योंकि पूरे देश के स्कूलों से 122 छात्र छात्राएं इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं और उनको देखकर हमारा भी मनोबल काफी बढ़ गया है और हम परीक्षा को तनाव नहीं उत्साह तरह लगने लगा है. प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए सुझाव पर अमल करते हुए मैं परीक्षा दूंगी और यहां आकर परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में भाग लेकर कहीं ना कहीं जो हमारी परीक्षा के तनाव थे वह पूरी तरह से खत्म होंगे, प्रधानमंत्री को हम दिल से धन्यवाद देते हैं कि इस तरह के कार्यक्रम करवाकर परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम करवाकर छात्र-छात्राओं को परीक्षा के तनाव से मुक्ति दिलाई जाती है.
प्रधानमंत्री का अनोखा प्रयास
कार्यक्रम के लिए चयनित शिक्षक का कहना है कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि प्रधानमंत्री के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में भाग ले पा रही हूं. इस कार्यक्रम के तहत परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राएं खुद प्रधानमंत्री से सवाल करते हैं कि मैं परीक्षा के समय कैसे तनाव मुक्त रहूं प्रधानमंत्री का यह प्रयास अनोखा है और इससे छात्र-छात्राओं को काफी फायदा मिलता है.
कार्यक्रम ने किया छात्रों का मार्गदर्शन
वहीं दूसरी तरफ जमशेदपुर के छात्र का कहना है कि लगातार परीक्षा के तनाव में आकर छात्र-छात्राएं गलत कदम उठा लेते थे. मगर इस तरह के कार्यक्रम से छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ता है और कहीं ना कहीं अन्य और छात्राओं के पास एक अच्छा मैसेज जाता है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर एक छात्र छात्राओं की परेशानी जानकर उसे निजात दिलाने का सुझाव देते हैं. और सच में प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम से सभी छात्र छात्राओं के जो परीक्षा में तनाव रहते थे. वह कहीं न कहीं कम होते हैं. यह कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री को हम सब दिल से धन्यवाद करते हैं.
साल 2018 में पहली बार हुआ था परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में पहली बार परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के तहत छात्रों शिक्षकों व अभिभावकों के साथ संवाद किया था, इसके बाद हर साल आयोजन होता है. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इस वर्ष 38 लाख से अधिक बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. आवेदन के आधार पर हर राज्य से दो-दो विद्यार्थियों का चयन हुआ है. पिछले साल 15 लाख 50 हजार छात्रों ने पंजीकरण कराया था. एनसीईआरटी प्रधानमंत्री के लिए आए 20 लाख प्रश्नों का संकलन कर रहा है. इनमें से कुछ प्रश्न प्रधानमंत्री के समक्ष रखे जाएंगे और वे प्रश्नों का उत्तर देंगे.
रिपोर्ट : रंजीत कुमार, जमशेदपुर
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