टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : दुर्गा पूजा में एक जश्न भरा माहौल है. यह पूजा अपने साथ-साथ मेला भी लेकर आती है चारों तरफ मुस्कान भरे चेहरे दिखते हैं. सबसे आकर्षक नजारा होता है उन बच्चों का जो इस मेले में खिलौने खरीदने अलग-अलग पकवान खाते और झूला झूलते नजर आते हैं पर मेले के जगमग के बीच कुछ तस्वीर धुंधली पड़ जाती है जिसे देख लोगों का दिल भर आए. जहां एक तरफ बच्चे मेले में मस्ती करते हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी बच्चे हैं जो इस मेले में अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं. बाकी बच्चों की तरह मेले में खिलौने खरीदने के बजाए यह खिलौने बेच रहे हैं. मेला घूमने की उम्र में यह काम कर रहे.
मौका मिला पर पैसे नहीं- मासूम बच्चे
मेले में कुछ ऐसी भी तस्वीर देखने को मिलती है. जहां मासूम बच्चे हाथ में खिलौने का सामान लिए या फिर खाना बनाते और बेचते नजर आ रहे हैं. मेले का उत्साह सिर्फ उन लोगों के लिए है जिनके जेब में नोट है. बिना आमदनी के यह त्यौहार भी फीकी है. जब द न्यूज़ पोस्ट ने उन मासूम बच्चों से बात की इस दौरान उनका कहना था कि उनके लिए उनकी रोजी-रोटी ज्यादा जरूरी है. काम करना मेला घूमने से ज्यादा आवश्यक है. कुछ बच्चों ने कहा कि उन्हें मौका तो जरूर मिला पर उन्होंने खुद के लिए कपड़े नहीं लिए क्योंकि जेब में पैसे नहीं थे. वहीं कुछ इस परिश्रम भरे माहौल में भी काफी मुस्कुराते दिखे जैसे मानो कि उन्हें जिंदगी जीना आ गया हो कि स्थिति चाहे जो भी हो हम इसी में खुश है.