रांची (RANCHI) : IAS/IPS की तैयारी कर रहे आदिवासी युवाओं के लिए झारखंड सरकार ने बड़ी सौगात दी है. दरअसल अनुसूचित जनजाति वर्ग (ST) के युवाओं को राज्य सरकार अब फ्री में UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की सिविल सेवा परीक्षा की निशुल्क तैयारी कराएगी. इसकी पढ़ाई 'संताली भाषा कोचिंग' (Santali Language Coaching) के जरिए कराई जाएगी. यहां बता दें कि इसकी जिम्मेदारी डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान को दी गई है. यह गैर आवासीय कोचिंग (Non Residential Coaching) 4 महीने तक संचालित की जाएगी.
कोचिंग में गैर-मुंडारी भाषा परिवार के प्रतिभागियों के लिए अलग से अतिरिक्त कक्षाएं संचालित की जाएंगी. विषय की तैयारी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के संताली भाषा विभाग के सहायक प्राध्यापक डुमनी मुर्मू, डॉ. फ्रांसिस सी. मुर्मू और डॉ. संतोष मुर्मू तथा अन्य व्याख्याताओं द्वारा कराई जाएगी. जनवरी के दूसरे सप्ताह यानी की इसी सप्ताह से इस संस्थान द्वारा दो और कोचिंग कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे. इनमें अनुसूचित जनजाति के युवाओं के लिए राज्य लोक सेवा आयोग (State Public Service Commission) की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए 'निःशुल्क गैर आवासीय कार्यक्रम' (Free Non-Residential Programme) और सबसे कमजोर आदिवासी समुदाय के युवाओं के लिए 'निःशुल्क आवासीय कोचिंग' (Free Residential Coaching) शामिल है.
संताली भाषा को परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में किया गया है शामिल
आपको बता दें, इस कार्यक्रम का लक्ष्य संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल 'संताली' भाषा में अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा प्रतियोगी परीक्षा में सफलता दिलाना है. इस परीक्षा में "संताली" को भी वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल किया गया है. बताया जा रहा है कि संताली भाषा पाठ्यक्रम की विशेषताओं के कारण अन्य भाषा पाठ्यक्रम के अभ्यर्थियों को अधिक अंक मिलने की उम्मीद है. इस भाषा की खासियत यह है कि मुंडारी भाषा परिवार की भाषा बोलने वाले मुंडारी, हो, खारिया, असुरी, बिरहोरी, बिरजिया, स्वासी आदि समुदायों के अभ्यर्थियों को अपनी मातृभाषा की समानता के कारण तैयारी में किसी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा.