रांची(RANCHI): हजारीबाग में हवलदार हत्याकांड में आरोपी अबतक पुलिस गिरफ्त से बाहर है. पुलिस लगातार आरोपी की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी कर रही है लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. अब इस मुद्दे पर सियासी पारा भी हाई हो गया. झारखंड प्रदेश भाजपा इस राज्य की विधि व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही है. साथ ही सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगा रही है. इसी कड़ी में असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह जिलांतर्गत बेंगाबाद स्थित झारखंड पुलिस के स्व हवलदार चोहन हेंब्रम के घर परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे. लेकिन चौहन से परिजनों से उनकी मुलाकात नहीं हुई. इसपर भाजपा ने नाराजगी जताई है. सरकार पर सच्चाई छुपाने का आरोप लगाया है.
इस दौरान भाजपा चुनाव सह प्रभारी ने कहा कि यह क्षेत्र मुख्यमंत्री की धर्म पत्नी कल्पना सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में आता है. बेंगा बाद पहुंचने के पूर्व ही प्रशासन ने स्व हेंब्रम की पत्नी और बच्चों को घर से अन्यत्र पहुंचा दिया. मिलने आए सास ससुर को भी पुलिस ले गई. स्व हेंब्रम के घर पर उनकी वृद्धा माता सहित ग्रामीणों से मुलाकात हुई है.
मीडिया से बात करते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह सरकार आदिवासी विरोधी,संवेदनाहीन और निरंकुश सरकार है. जिसे केवल वोट बैंक की चिंता है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार अपराधियों का भी तुष्टिकरण करती है. समुदाय और धर्म विशेष के अपराधी को यह सरकार संरक्षण प्रदान करती है. उन्होंने कहा कि गैंगरेप के आरोप में सजायाफ्ता अपराधी कैदी शाहिद अंसारी जो इलाज के नाम पर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में इलाजरत था. उसकी सुरक्षा में प्रतिनियुक्ति हवलदार स्व चौहान हेंब्रम की नृशंस हत्या कर दी. और फरार हो गया. उन्होंने कहा कि ऐसा दुर्दांत अपराधी और सुरक्षाकर्मी की हत्या कर फरार हो जाए यह राज्य की ध्वस्त विधि व्यवस्था को उजागर करता है.
उन्होंने कहा कि अपराधी एक समुदाय विशेष का है. इसलिए वह आज तक गिरफ्तार नही हुआ. जिससे स्पष्ट है कि राज्य की पुलिस उसका संरक्षण कर रही. और यह सब सरकार के इशारे पर हो रहा. उन्होंने कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री का दंभ भरने वाले हेमंत सोरेन को आदिवासी हवलदार की हत्या विचलित,मर्माहत नही कर रही. इसीलिए वे चैन की वंशी बजा रहे. उन्होंने कहा कि भाजपा ने इसे गंभीरता से लिया है. पार्टी ऐसी राजनीतिक सोच को प्रदेश से उखाड़ फेंकने के लिए संकल्पित है.
प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार अपराध और अपराधी दोनो की संरक्षक बन गई है. हेमंत सरकार ने सर्वाधिक पीड़ित समाज आदिवासी ही है. इस राज्य में आम खास कोई सुरक्षित नहीं. अपराधी सड़क पर,घर में , जेल में ,अस्पताल में कहीं भी अपराध को अंजाम देने में सफल हो रहे हैं. कहा कि इसके पीछे एकमात्र कारण है अपराधियों को सरकार का संरक्षण.
उन्होंने कि हेमंत सरकार तुष्टिकरण की पराकाष्ठा कर रही. कहा कि यह सरकार पीड़ित परिवार से मिलने में भी रोक लगा रही. पहले गोपीनाथ पुर जाने से रोका और बेंगाबाद से परिजनों को ही हटा दिया. सास ससुर तक को भी नही छोड़ा. केवल लाचार बृद्धा मां ही घर पर रहने को विवश है. कहा कि सच पर ज्यादा समय छुपाया नही जा सकता।सच प्रकट होता ही है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार की सच्चाई पूरी तरह प्रकट हो चुकी है. उन्होंने कहा कि स्व चौहान हेंब्रम की हत्या करने वाला सजफ्ता दुर्दांत फरार अपराधी शाहिद अंसारी की गिरफ्तारी हो तथा फास्ट ट्रेक कोर्ट में सुनवाई कर फांसी की सजा दिलाई जाए.